दिल्ली और मुंबई के ताजा आतंकी हमलों ने हमारे सुरक्षा तंत्र की कमजोरी को फिर उजागर कर दिया है। कड़े व प्रभावी कदमों को ले..
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विश्व में सिर्फ मुस्लिम समुदाय को ही समस्याएं क्यों?
0विभाजन के बाद बचे कटे-छँटे भारत में भी सांप्रदायिक दंगों में सामुदायिक वाद-प्रतिवाद की वही कहानी है। दंगों की दबी-ढँकी रिपोर्टिंग, सरकारी जाँच और न्यायिक आयोगों की रिपोर्टें भी यही बताती हैं कि सांप्रदायिक हिंसा का आरंभ प्रायः मुस्लिमों की ओर .. -
नंगे सच को धर्मनिरपेक्षता के कपड़े पहनाने का प्रयास
मुजफ्फरनगर सांप्रदायिक हिंसा के सच को सामने लाने पर एक समूह विशेष द्वारा आजतक को जमकर निशाना बनाया जा रहा है। इस स्टिंग की हकीकत को छिपाने के लिए इसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
खुद को सेक्यूलरिस्म की दौड़ का अंधा घोड़ा साबित ..
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बंगाल में सांप्रदायिक हिंसा... मुस्लिम तुष्टीकरण एवं वामपंथी षड़यंत्र
हाल ही में बंगाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा के पीड़ित हिंदू परिवारों और इस हिंसा में वामपंथी और तृणमूल कांग्रेस की भूमिका पर हिंदू समहति के अध्यक्ष और समाज सेवी तपन घोष से बात की आई.बी.टी.एल टीम ने और जाने वहाँ के हालात ...
तपन ज..
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शिंदे के बोल “आ बैल मुझे मार” ...
जब कोई 1 करोड़ डॉलर का ईनामी आतंकवादी किसी लोकतांत्रिक देश की व्यवस्था पर सवाल उठाता है तो स्थिति सोचनीय होने से ज्यादा हास्यास्पद हो जाती है। मुंबई हमले का गुनहगार और कई बेगुनाह लोगों की घोषित- अघोषित सामूहिक हत्या का दोषी मोहम्मद हाफिज़ सईद पा..
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बुलंदशहर में विकलांग बोले साहब हमें तो कल ही मिलीं है ट्राईसाइकिल...
सलमान खुर्शीद चाहें कितना ही खुद को पाक साफ कहने की कोशिश कर लें। कितना ही पद के अहंकार में पत्रकारों को अदालत में घसीटने की कोशिश कर लें लेकिन जो सच है वो दुनिया के सामने आकर रहेगा।
बुलंदशहर भी उन चंद इलाकों में से हैं जहां खुर्श.. -
क्या गुजरात मुद्दे पर अमरीका भी इंग्लैंड की राह चलेगा?
अहमदाबाद, क्या नरेन्द्र मोदी और उनके गुजरात राज्य के बारे में विश्व समुदाय का मत परिवर्तन हो रहा है? इस प्रकार के कुछ संकेत इधर प्राप्त होते दिखाई दे रहे है। हाल ही में इंग्लैंड ने अपने राजनयिक को निर्देश दे कर मोदी के गुजरात जाने और वहां के विक..
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अरविन्द केजरीवाल की रॉबर्ट लीला
अन्ना से औपचारिक रूप से अलग होने के बाद अरविन्द केजरीवाल ने अपने टोपी पहनाने वाले काम का विधिवत शुभारंभ कर दिया है। शीला की कहानी आधे में छोड़कर शुक्रवार को अरविन्द केजरीवाल ने अपनी आम आदमी वाली टोपी एक ऐसे सिर पर रख दी जो सीधे सीधे देश की सबसे ..
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भारतीय मीडिया एक निरंकुश हाथी...
एमएमएस घोटालों मे हाल ही में आयी बाढ़ को व्यंग्यात्मक रूप से कुछ यूं देखा जा सकता है: यह राष्ट्र एक एमएमएस, मन मोहन सिंह चला रहे हैं लेकिन हो सकता है लोगों के मन में यह प्रश्न हो की उन्हे आखिर कितने अधिकार प्राप्त है? अश्लील एमएमएस से हटकर इस दे..
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गोमांस भक्षण, उस्मानिया की राह पर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय
नई दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जनेवि) पूरी दुनिया में अपनी वामपंथी पहचान के लिए जाना जाता है। पर दुर्भाग्य से यह हिन्दुत्व विरोधी शक्तियों का केन्द्र बन गया है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर यहां देश-विरोधी लोगों के भाषण कराए..
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अथः श्री थोरियम घोटाला कथा और राम सेतु
संसद का मानसून सत्र समाप्त हो चुका है। कोयले घोटाले की आंच ने सरकार को संसद में बैठने नहीं दिया इस 1.86 लाख करोड़ के घोटाले ने हर भारतीय को झकझोर के रख दिया। पहली बार इतने बड़े घोटाले के विषय में पढ़ा है। इस विषय पर काफी कुछ लिखा जा चूका है और ज..
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अरविन्द केजरीवाल को अन्ना आन्दोलनकारी असीम त्रिवेदी का पत्र
नमस्कार अरविन्द जी, यह पत्र मैं हाल ही में समर्थकों के नाम लिखे गए आपके पत्र के जवाब के रूप में लिख रहा हूँ, कोशिश है कि इसके माध्यम से अपना और उन सभी लोगों का पक्ष आपके सामने रख सकूंगा जो राजनीतिक दल बनने के आपके निर्णय से असहमत हैं और आंदोलन क..
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श्रेय न दिए जाने के कारण, ट्विट्टर पर ट्रेंड हुआ... #CNNIBNLies
हिन्दुओं पर संसार के विभिन्न हिस्सों में हो रहे अत्याचार आजकल भारत में एक चिंता का कारण बने हुए हैं। देश के ऐसे ही जागरूक युवाओं में से एक, राहुल नायर ने सोचा की उसे भी इस विषय पर अपने स्तर पर कुछ करना चाहिए। यही वह समय था जब राहुल के मन में पाक..
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गरीब भारतीय जनता रोज बिना कारण विमान की टिकट का पैसा चुकाती है?
एक बार मैं बैंगलोर से मुम्बई विमान में गया था । विमान की क्षमता 300 यात्रियों की थी । लेकिन विमान में 40 से कम यात्री थे। 250 से अधिक सीटें खाली पडी थीं । इतनी सीटें खाली देखकर मैं घबरा गया ।
मझे इतनी समझ थी कि इंडियन एयरलाईंस करो.. -
हवाई अड्डे का विकास या ऐतिहासिक धरोहरों का विनाश? पहले गांववासियों को उजाड़ा, अब मंदिरों पर कब्जा
क्या महात्मा गांधी की समाधि को दिल्ली से गांधी नगर या जवाहरलाल नेहरू की समाधि को इलाहाबाद ले जाया जा सकता है? यदि नहीं तो यह अन्याय हमारे पूर्वजों और देवताओं के साथ ही क्यों?
दक्षिण दिल्ली में पालम हवाई अड्डे के निकट, सुप्रसिद्ध ह.. -
मस्जिद बनाने के लिए अरबों की जमीन व दिल्ली का सरकारी खजाना लुटाने की तैयारी
मस्जिद बनाने को अरबों की जमीन व सरकारी खजाना लुटाने की तैयारी दिल्ली के मुसलमान नेताओं को खुश करने में जुटीं शीला दीक्षित - मनमोहन शर्मा
दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की कांग्रेसी सरकार लाल किले के सामने एक आलीशान मस्जिद का न..
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राष्ट्रीय नीति के बिना आतंक से कैसे लड़ेंगे — ए के डोवाल, पूर्व खुफिया ब्यूरो प्रमुख
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काशी हिंदू विश्वविद्यालय संस्थापक महामना मदन मोहन मालवीय
भारतमाता को गुलामी की जंजीर से मुक्त कराने में जिन वीर सपूतों का योगदान रहा, उनमे पंडित मदन मोहन मालवीय का नाम उल्लेखनीय..
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तिरंगे को आग से बचाने वाले कर्मचारियों को भाजपा ने किया सम्मानित
मुंबई: महाराष्ट्र में राज्य सचिवालय में गुरूवार को लगी भीषण आग में मंत्रालय के छत पर लहरा रहे राष्ट्रीय ध्वज को बचाने वा..
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आखिर कौन है कैश फॉर वोट काण्ड का असली गुनाहगार? राजदीप सरदेसाई और अहमद पटेल तो नहीं?
यह एक अनोखा मुकद्दमा है जिसमें सफेदपोश चोर तो आजाद घूम रहे हैं, लेकिन उन्हे पकड़वाने और बेनकाब करने वाले सींखचों के पीछे ध..
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कब तक शर्म करते रहेंगे अपने भारतीय होने पर ?
आज जिसे पाइथागोरस सिद्धांत का नाम दिया जाता है या ग्रीक गणितज्यों की देन कहा जाता है वो सारे भारत में बहुत पहले से उपयोग म..
what next
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सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
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वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
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आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
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अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
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सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
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नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
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न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
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पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
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वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
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जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
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उफ़ ये बुद्धिजीवी !
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कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
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मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
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भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
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२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
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वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
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चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
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समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
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विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
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सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
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