गौरक्षादल ने आज एक ट्रक जो गौधन से भर के बुचडखाने जा रहा था राजपुरा में पकड़ा गौओं को गोशाला में उतार बुचड़ो के खिलाफ केस ..
राष्ट्रपति को दी गयी सेना एवं अधिकारियों की २,६१,०० स्क्वेयर फीट जमीन
एक RTI द्वारा हुए खुलासे में, राष्ट्रपति प्रतिभा देवी पाटिल को
पुणे में बंगला बनाने के लिए तय सीमा से छह गुना अधिक सेना की जमीन
देने का मामला सामने आया है। जिसमे पूर्व सैनिक कैंट एरिया में
राष्ट्रपति को बंगले के लिए जमीन देने का विरोध कर रहे हैं।
आरटीआई के अनुसार पाटिल को खड़की कैंट एरिया में सेना की २,६१,०० (
2,61,00 ) स्क्वेयर फीट जमीन अलॉट की गई है। पूर्व सैनिकों ने इसका
विरोध किया है। उनका कहना है कि सैनिकों और उनके परिवारों के लिए जमीन
पहले से ही कम है। उन्होंने जमीन के अलॉटमेंट की जानकारी के लिए
आरटीआई फाइल की थी, जिसमें प्रेजिडेंट को पात्रता से कई अधिक जमीन
देने का खुलासा हुआ है।
आरटीआई के अनुसार राष्ट्रपति नियम के मुताबिक 4500 स्क्वेयर फीट के
सरकारी बंगले या फिर सरकार के अधिकार वाले २००० (२०००) स्क्वेयर फीट
के बंगले के लिए ही पात्र हैं। राष्ट्रपति सरकारी जमीन पर निर्माण भी
नहीं करवा सकती हैं। पूर्व सैनिकों के अनुसार राष्ट्रपति प्लॉट पर
बंगले का निर्माण करवा रही हैं।
Share Your View via Facebook
top trend
-
गौरक्षादल ने पकड़ा गौ से भरा ट्रक, तस्करों को १० साल की सजा
-
पैसों का हिसाब मांगने अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर जुटे आईएसी के लोग, विरोध प्रदर्शन
नई दिल्ली. टीम अन्ना पर चंदा के पैसों के दुरुपयोग का आरोप लगा है। यह आरोप इंडिया अगेंस्ट करप्शन ..
-
सीटें जीते बिना भी मिल सकता है क्षेत्रीय दल का दर्जा
नई दिल्ली गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों पर चुनाव आयोग थोड़ा मेहरबान हुआ है। अब ये दल राज्य विधानसभा या लोकसभा में कोई ..
-
श्री विवेकानंद महारोगी आरोग्य केन्द्रम्, राजमुंद्री
आज भी कई स्थानों पर कुष्ठरोगीयों को समाज से बहिष्कृत किया जाता है| इस स्थिति में यदि परिवार का मुखिया ही कुष्ठरोग से पीड़ित..
-
मीडिया देश को बाँट रहा है अब जनता को स्वयं सबक सिखाना चाहिए !
भारतीय प्रेस परिषद के नये अध्यक्ष जस्टिस मार्कण्डेय काटजू ने भारतीय इलेक्ट्रानिक एवं प्रिण्ट मीडिया को सरेआम लताड़ते हुए ..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)