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बाबा रामदेव ने आन्दोलन जारी रखने एवं काले धन के वापसी के लिए संकल्प लिया

१८ अगस्त के दिन योगगुरु बाबा राम देव ने को हरिद्वार के प्रसिद्ध हर की पौड़ी घाट पर अपने हज़ारों समर्थको के साथ गंगा जल लेकर काले धन को वापस लाने, एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ आन्दोलन जारी रखने की शपथ ली | शपथ ग्रहण से पूर्व रामदेव और उनके समर्थको ने हरिद्वार में भ्रष्टाचार विरोधी रैली निकाली | प्रेस से बातचीत करते हुए रामदेव ने कहा की हमारी इस दस किलो मीटर की रैली का उद्देश्य राष्ट्र निर्माण और देश से बाहर जमा ४०० लाख करोड़ काले धन की वापसी को लेकर संकल्प लेना था |
इसी वर्ष जून में रामलीला मैदान पर रामदेव ने काले धन की वापसी को लेकर देश के सभी ६२४ जिलो के साथ अनरण अनशन किया था, रामदेव के इस अनशन से सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा था | परन्तु २४ घंटे के अन्दर ही बाबा रामदेव के अनशन को मिलता अपार जनसमर्थन देख दिल्ली पुलिस ने दमनात्मक और बर्बरता पूर्वक कारवाई कर जबरन अनशनकरियो को हिंसक तरीके से भागने पर मजबूर किया था | जहां रामदेव की इस भ्रष्टाचार विरोधी पहल ने सरकार की नींद उड़ा के राखी हुई थी, वही रामदेव के साथी पुराने समाजसेवी अन्ना हजारे भ्रष्टाचार के विरुद्ध जन लोकपाल बिल को पास करने की मांग पर अड़े हुए है | रामदेव और समाजसेवी अन्ना हजारे राजनीति को शुद्ध एवं व्यवस्था परिवर्तन की बात कहते हुए स्वयं को राजनीति से दूर रहने की बात करते है |
अब देखना है की रामदेव के अनशन से पूरी तरह नहीं उबरी सरकार अन्ना हजारे के अनशन से कैसे निपटती है, कहीं रामदेव के अनशन के तरह हिंसात्मक कारवाही का सहारा तो नहीं लेना पड़ेगा ? जहां विपक्ष पूरी तरह भ्रष्टाचार से लिप्त सरकार को पूरी तरह घेरे हुए है वही नागरिक समाज कि ये बुलंद आवाज़ सरकार के कानो में एक खतरे कि घंटी कि तरह बज रही है |
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