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स्वामी विवेकानंद के १५०वें जन्मदिवस पर ५ लाख युवाओं ने किया भागवत गीता का पाठ
अमेरिका के कैलिफोर्निया शहर में ऑनलाइन आयोजित कार्यक्रम में
दुनियाभर से तकरीवन ५ लाख युवाओं ने १ माह तक चलने वाले गीता पाठ में
भाग लिया जिसका आयोजन गीता जयंती के अवसर पर किया गया और ये आयोजन
युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद जी के १५०वे जन्म दिवस पर
पूर्ण हुआ (५ दिसंबर से १२ जनवरी ) | इस कार्यक्रम में भागवत गीता को
भिन्न भिन्न देशों के लोगों ने कुल १४ भाषाओं में पढ़ा |
इस एक माह तक चले समारोह का शुभारम्भ स्वामी विवेकानंद जी और
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के द्वितीय सर संघचालक श्री माधवराव
सदाशिवराव गोवलकर जी (गुरुजी) द्वारा हिंदू समाज को दिए गए उनके
अमूल्य योगदान के लिए श्रदाँजलि देकर किया गया |
अंतरराष्ट्रीय गीता समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य
युवाओं को भागवत गीता के ज्ञान से दैनिक जीवन में सफल बनाने का मार्ग
प्रशस्त करना था तथा साथ ही समाज के महानतम योगी, संन्यासी एवं
दार्शनिक व्यक्तित्वों के बारे में जानकारी देना था |
भागवत गीता पाठ के साथ ही गीता पर आधारित निबंध प्रतियोगिता का भी
आयोजन किया गया जिसके विजेता अमेरिका के जेम्स मर्फी रहे | जेम्समर्फी
ने अपने निबंध में जीवन में गीता के महत्व को दर्शाते हुए गीता को
सिर्फ एक धार्मिक ग्रन्थ नहीं बल्कि दुनिया का सफलता का मार्ग दिखने
वाला ग्रन्थ बताया |
कार्यक्रम का समापन हिंदी के प्रसिद्ध कवि डॉ हरीवंशराय बच्चन जी को
याद करके किया गया | डॉ बच्चन ने भागवत गीता का अवधी भाषा में काव्य
रूप में अनुवाद किया था परन्तु उनके इस महान कार्य के वारे में गीता
पाठकों को अधिक जानकारी नहीं है |
अंतरराष्ट्रीय गीता समिति की नींव भारतीय मूल के अमेरिकी सेवानिवृत्त
अफसर डॉ रामानंद प्रसाद जी ने १९८४ में की थी | समिति की शाखाएं भारत,
पाकिस्तान, बंगलादेश, श्री लंका, यूरोप के साथ साथ अफ्रीकी देशो में
भी गीता के प्रचार प्रचार में कार्य कर रही हैं |
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