पेप्सी को कारोबार करने की अनुमति देते समय सरकार के साथ जो अनुबंध
हुआ उसकी प्रमुख शर्तें कुछ इस प्रकार थीं।
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विज्ञान केवल पुस्तक पढ़ने का नहीं प्रयोग का विषय है : प्रो. राव
रसायन शास्त्र के व्यापक स्वरूप का उल्लेख करते हुए प्रसिद्ध वैज्ञानिक सी एन आर राव ने आज कहा कि विज्ञान से जुड़े विषय केवल पुस्तक पढ़ने की चीज नहीं बल्कि प्रयोग के माध्यम से इसका परीक्षण करने का विषय है।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) में विज्ञान शिक्षा और स्कूली विज्ञान संकाय की ओर से आयोजित समारोह में रसायन शास्त्र के गौरवशाली भूत और भविष्य पर व्याख्यान देते हुए राव ने कहा कि 18वीं शताब्दी में लोग यह नहीं जानते थे कि रसायन शास्त्र कोई विषय भी है। 1911 में कोई भी डीएनए के बारे में नहीं जनता था और उस समय लोगों को काफी कम रायायनिक तत्वों के बारे में जानकारी थी।
उन्होंने कहा कि आज मैडम क्यूरी को उनके आविष्कार के लिए नोबेल पुरस्कार प्रदान किये जाने के 100 वर्ष पूरे हो गए हैं और 2016 में आधुनिक रसायन शास्त्र के वजूद में आने के 100 वर्ष पूरे हो जायेंगे।
राव ने कहा, ‘‘रसायन एक पुराना विषय है। यह केवल पढ़ने से जुड़ा नहीं बल्कि समझने का विषय है । यह विषय किताबों तक ही सीमित नहीं है बल्कि प्रयोग करने से जुड़ा है जिसके लिए संस्थान की जरूरत होती है । आपको नये विषयों और विचारों पर काम करना होता है। कई बार ऐसा हो सकता है कि यह सफल नहीं हो।’’
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