कुछ दिनों पहले बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठने वाली विदर्भ की एक किसान की विधवा अर्पणा मलिकर ने क..
शास्त्र को शस्त्र अथवा हथियार ना बनाओ - अष्टावक्र

ज्ञान ही शक्ति है। इसलिए ज्ञान का उद्देश्य "सभी का समान रूप से
लाभ" होना चाहिए। लेकिन अगर ज्ञान किसी के अहंकार का साधन बन जाये,
किसी के ध्वंस का हथियार बन जाये, तो ज्ञान का वास्तविक उद्देश्य नष्ट
हो जाता है। ज्ञान को ग़लत अर्थ में समझे जाने के प्रति सावधान रहना
चाहिए क्यों कि यह विध्वंस करने वाले को भी नष्ट कर देता है।
In English : Scriptures are not weapons to establish one's
superiority...
अष्टावक्र और बन्दी की कहानी के माध्यम से ज्ञान का उद्देश्य दिखाया
गया है। युवा अष्टावक्र अपनी माँ सुजाता से बार बार पूछते हैं कि उनके
पिता कौन हैं। लेकिन उनकी माँ हर बार यही कहती हैं कि ऋषि उद्दालक ही
उनके पिता हैं।
फिर भी अष्टावक्र की ज़िद पर सुजाता उनके पिता काहोड़ के बारे में
बताती हैं कि वे राजा जनक की सभा में बन्दी नामक ज्ञानी से
शास्त्रार्थ करने पहुँचे तो बन्दी ने शर्त रखी कि जो हार जायेगा उसे
जल समाधि लेनी होगी और काहोड़ हार गये। उन्हे जल समाधि लेनी पड़ी। इस
कहानी को सुनने के बाद अष्टावक्र ने तय किया कि वह भी जनक की सभा में
जाकर बन्दी से शास्त्रार्थ करेंगे और उसे ज्ञान का अर्थ समझाएंगे।
अष्टावक्र राजा जनक की सभा में पहुँचकर आचार्य बन्दी को चुनौती देते
हैं और अंततः शास्त्रार्थ में उसे पराजित करतें हैं। बन्दी अपनी पराजय
स्वीकार करने के बाद जब जल समाधि के लिए उठे तो अष्टावक्र ने उन्हें
क्षमा करते हुए कहा, “शास्त्र को शस्त्र अथवा हथियार ना बनाओ”।
स्रोत : उपनिषद् गंगा | फेसबुक.कॉम/उपनिषद्गंगा (जुडें)
Share Your View via Facebook
top trend
-
कांग्रेसी नेताओं के अत्याचार, महिला आत्महत्या को मजबूर, सोनिया को भेजा खत
-
अमेरिका से सीख ले भारत
लेख का शीर्षक उन कट्टर हिन्दू राष्ट्रवादियों को नहीं भायेगा जो दिन में एक बार अमेरिका को गाली दिए बिना रह नहीं पाते हैं।..
-
अहमदाबाद पुलिस ने ३१ गायों को कटने से बचाया
डी.एन.ए के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार ओधव पुलिस, गुजरात ने गत बुधवार ओधव रिंग रोड पर अवैध रूप से काटे जाने के लिए ले ..
-
चिदंबरम पर केस करेंगे रामदेव, राजबाला का अंतिम संस्कार आज
बाबा रामदेव ने अपनी समर्थक राजबाला की मौत के सिलसिले में दिल्ली पुलिस और केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम के खिलाफ मुक..
-
मोदी को बदनाम करने की योजना, कांग्रेस ने दस करोड़ रुपए तक खर्च किये
दैनिक जागरण में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार को बदनाम करने की योजना बनाई, जिसके लिए दस..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)