टेलिमार्केटिंग कंपनियों से आने वाली अनचाही कॉल्स आज से बीते दिनों की बात हो गई। ट्राई की सिफारिश को टेलिकॉम कंपनियों के ला..
मुद्रा एक सरल और सह आध्यात्मिक उपाय - सुश्री तनुजा ठाकुर
समाज के 100% व्यक्ति को आज अनिष्ट शक्तियों (सूक्ष्म आसुरी शक्ति) द्वारा कष्ट है, ऐसे कष्ट के उपाय हेतु योग्य प्रकार से साधना की आवश्यकता होती है अन्यथा वर्तमान जन्म ही नहीं अपितु कई जन्म अनिष्ट शक्ति के नियंत्रण में निकल जाता है| अनिष्ट शक्तियों से बचाव हेतु मुद्रा एक सरल और सह आध्यात्मिक उपाय है इसे आप कभी भी और कहीं भी स्वयं के रक्षणार्थ कर सकते हैं इससे आपकी साधना की शक्ति संग्रहीत तो होती ही है हमारे ऊपर कवच भी निर्माण होता है | IBTL
Share Your View via Facebook
top trend
-
अपने फोन को अनचाही कॉल्स और एसएमएस से ऐसे करें आजाद
-
विचारधाराओं का संगम इंडियन कॉफी हाऊस
शाह आलम भाई के अनुभवों का फायदा मुझे पिछले करीब 10 महीने से मिल रहा है। वो मेरे सहकर्मी और सहयोगी भी हैं। आज जब कनॉट प्ल..
-
बाबा रामदेव का आह्वाहन १४ जनवरी (मकर संक्रांति) को दिल्ली पहुँचे
आस्था टी.वी. के माध्यम से १४ जनवरी मकर संक्रांति के अवसर पर तालकटोरा स्टेडियम में सभी राष्ट्र्प्रेमियों, योगियों, साधको..
-
शहीद खुदीराम बोस के जन्मदिवस पर शत शत नमन, जिन्हें १८ वर्ष की आयु में मृत्युदंड मिला
खुदीराम बोस का जन्म 3 दिसंबर 1889 ई. को बंगाल में मिदनापुर ज़िले के हबीबपुर गाँव में त्रैलोक्य नाथ बोस के यहाँ हुआ था। खुद..
-
दिग्विजय सिंह पर साधा निशाना, अभद्र व्यव्हार एवं गाली गलोंच से मुझे ज्यादा समर्थन मिलता है
योग गुरू रामदेव ने कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का नाम लिये बिना कहा कि कुछ खास लोग मुझे गालियां दे रहे हैं लेकिन वह नही..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)