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भारतीय होकर पाकिस्तान के लिए जासूसी करते थे ये तीनों

सीआईडी ने तीन भारतीयों को राष्ट्रीय सुरक्षा एवं सैन्य ठिकानों की संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान को जासूसी करके भेजने के लिए बंदी बनाया है | ये तीनों, गुलाम रसूल, मजीद और अल्लाह्बक्स, जोधपुर और जैसलमेर जिलों के निवासी हैं | गुलाम रसूल पर पहले से पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का संदेह था और उस पर निगाह रखी जा रही थी | उसी से पूछताछ कर के बाकी दोनों को भी बंदी बनाया गया | सीआईडी के एसपी एस परिमला ने यह जानकारी दी | ये लोग अटारी से सीमा पार कर के पाकिस्तान को गुप्त सूचनाएँ पहुँचाते थे | मजीद के पास से दो मेमोरी कार्ड प्राप्त हुए जिनमें भारतीय सेना के ठिकानों एवं उनके सैन्य अभ्यासों की संवेदनशील जानकारी थी |
अल्लाह्बक्स के पास से सेना सम्बन्धी कुछ मानचित्र तथा कागज़ प्राप्त हुए | रसूल, जिस पर एक साल से गुप्तचरी करने का संदेह है, उसके पास से आईएसआई के अधिकारीयों के फोन नंबर की डायरी मिली है | रसूल ने स्वीकार किया कि वो खाजूवाला, नसीराबाद, लाठी, चन्दन, और फलोदी के वायु सैन्य ठिकानों की जानकारी पाकिस्तान को देता रहा है | बदले में उसे पैसे मिलते थे | परिमला ने बताया कि ये अपने मोबाइल नंबर अक्सर बदला करते थे तथा पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से कोड वर्ड्स में बात किया करते थे |
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