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गुजरात की प्रगति का माध्यम बना है ई - गवर्नेंस - नरेंद्र मोदी
ई -शासन पर भारत संचार समाज (सीएसआई) एवं गुजरात सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसाधारण के कल्याण के लिए एक आसान, प्रभावी एवं मितव्ययी प्रशासन के रूप में ई - शासन को परिभाषित किया |
गुजरात ने सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी तंत्र के जरिये ग्रामीण एवं शहरी लोगों की शिकायतों के निस्तारण का प्रबंध किया है | इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री को समारोह में ई - रत्न सम्मान से अभिनंदित किया गया |
विशिष्ट सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने उल्लेख किया कि कैसे जब उन्होंने मुख्यमंत्रित्व संभाला तब प्रौद्योगिकी का उपयोग करने में सरकार के कर्मचारियों में अनिच्छा थी | तब सर्कार की ओर से आदेश जारी किया गया कि प्रधान सचिव की ओर से दिए जाने वाले सभी निर्देशों का प्रेषण ई-मेल से किया जायेगा जिससे अधिकारियों के लिए उसका उपयोग आवश्यक हो गया | मोदी ने कहा कि प्रारंभ में किसी भी नयी प्रौद्योगिकी के प्रति हिचक होना स्वाभाविक है | इसके लिए उन्होंने महिलाओं द्वारा प्रारंभिक वर्षों में गैस सिलिंडर आने के बाद भी चूल्हे का उपयोग जारी रखने का उदहारण दिया और कहा कि एक बार अपनाया जाने पर नयी प्रौद्योगिकी जीवन कि अंग बन जाती है |
मुख्यमंत्री ने मनोरंजन कर संग्रह में कैसे ई - शासन के उपयोग से हुए सुधार एवं उसके अधिकारियों को मिले प्रोत्साहन का भी उद्धरण दिया | उन्होंने पारदर्शिता लाने में ई - प्रशासन की भूमिका पर बल दिया | मोदी ने बताया गुजरात महाराष्ट्र सीमा पर स्थित दो चेक पोस्ट का उद्धरण देते हुए कहा कि दोनों चेक पोस्ट पर टोल की दर बराबर है और वहाँ से गुजरने वाला हर वाहन दोनों से गुजरता है, तब भी गुजरात से स्थित चेकपोस्ट ने महाराष्ट्र में स्थित चेक पोस्ट की तुलना में ४०० करोड़ अधिक राजस्व अर्जित किया | यह सब ई-शासन से ही संभव हुआ |
मोदी ने मोबाइल ग्राहकों के डाटाबेस का प्रयोग ग्रामीणों को बाढ़ की आकस्मिक सूचना देने में किये जाने एवं उसके द्वारा बचायी गयी धन जन एवं पशु धन की संभव हानि का भी उद्धरण दिया | उन्होंने बताया की सभी वाहनों के डाटाबेस की उपस्थिति से चोरी किया हुआ वाहन बेचने की घटनायों पर विराम लगा है | मोदी ने गुजरात की आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली के अमेरिका एवं यूरोप के देशों से श्रेष्ठ होने के लिए गुजरात को मिले सम्मान का भी श्रेय ई-शासन को दिया | इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त अपने 'स्वागत' कार्यक्रम, जो कि गुजरात की शिकायत निस्तारण प्रणाली है, उस पर भी प्रकाश डाला | मोदी ने बताया कि २०१० में स्वागत के जरिये उन्हें २ लाख शिकायतें प्राप्त हुयी जिनमें से १.८५ लाख को उचित पाया गया और उनका निस्तारण किया गया | उन्होंने कहा कि इस प्रणाली ने जन साधारण को इतना सामर्थ्य दिया है कि वह अधिकारी के सम्मुख अपना काम न होने पर स्वागत का प्रयोग करने की बात कह सकता है |
मोदी ने गुजरात के ई-ऊर्जा कार्यक्रम कि भी चर्चा की | उन्होंने बताया की विद्युत् उत्पादन केन्द्रों की ई-निगरानी के चलते उत्पादन दक्षता ६०% से बढ़ कर ८५% हो गयी है | मोदी ने बतलाया कि बिजली बिल का भुगतान कई गांवों के लिए समस्या थी क्योंकि वहाँ जमा कराने की व्यवस्था नहीं थी पर अब ग्रामीण लोग भी बिजली का बिल ऑनलाइन जमा कराते हैं | ज्ञातव्य है कि गुजरात के गाँव पहले से ही ब्रॉडबैंड से जुड़ चुके हैं | मोदी ने गुजरात के १८००० गाँव में अनवरत बिजली आपूर्ति का भी सगर्व उल्लेख किया | ज्ञातव्य यह भी है कि २ दिन पहले ही गुजरात ने एशिया के सबसे बड़े सौर ऊर्जा उत्पादन केंद्र का गौरव प्राप्त किया है |
मोदी ने राज्य की सार्वजनिक वितरण प्रणाली में ई-शासन से आये सुधार की भी चर्चा की और बताया कि किस प्रकार भारत सरकार ने बाकी राज्यों को गुजरात कि इस प्रणाली का अध्ययन एवं अनुकरण करने के लिए कहा है | मोदी ने भूमि सम्बन्धी दस्तावेजों के भी ऑनलाइन उपलब्ध होने कि बात पर प्रकाश डाला | गुजरात के न्यायालयों में चल रहे परिवादों की सुनवाई की अगली तिथि मोबाइल से एसएमएस करके जानने की सुविधा पर भी मुख्यमंत्री ने प्रकाश डाला | उन्होंने बताया की गुजरात सरकार ने प्रदेश के पुस्तकालयों के इलेक्ट्रानिकीकरण का कार्य प्रारम्भ किया है जिससे गुजरात के हर छोटे छोटे शहरों के पुस्तकालय आपस में जुड़कर विशाल ज्ञान के भण्डार को प्राप्त कर पाएँगे |अंत में न्यूटन से स्टीव जॉब्स तक 'एप्पल' की यात्रा को प्रौद्योगिकी के विकास से जोड़ते हुए मनोरंजक ढंग से मुख्यमंत्री ने अपनी बात को समाप्त किया|
सम्मेलन में केन्द्रीय सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार सचिव श्री चंद्रशेखर, गुजरात के मुख्य सचिव श्री ए.के. जोति, सीएसआई प्रमुख श्री एमडी अग्रवाल, गुजरात प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अक्षय अग्रवाल और अतिरिक्त मुख्य सचिव (एस एंड टी) श्री रवि सक्सेना अन्य गणमान्य वक्ताओं में सम्मिलित थे |
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