पाकिस्तान में एक आतंकवादी निरोधक अदालत ने निर्देश दिया है कि पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ की संपत्ति ज़ब्त कर ली जाए. ..

मशहूर वकील और टीम अन्ना के सदस्य प्रशांत भूषण के साथ एक युवक ने उनके चैंबर में घुसकर बुरी तरह मारपीट की। युवक प्रशांत भूषण के कश्मीर को लेकर किए गए किसी कमेंट को लेकर नाराज था।
युवक प्रशांत भूषण के चैंबर में घुसा और उसने कुर्सी पर बैठे प्रशांत भूषण के साथ मारपीट शुरू कर दी। उसने लात-घूंसों से प्रशांत भूषम को कुर्सी ने नीचे गिरा दिया। वह काफी देर कर भूषण को पीटता रहा। कुछ देर बाद वहां पहुंचे लोगों ने उसे पकड़ लिया।
अचानक हुए इस हमले से प्रशांत भूषण सकपका गए। वह कुछ भी समझ पाते इससे पहले युवक ने उन पर लात-घूंसे बरसाने शुरू कर दिए।
उसने प्रशांत भूषण को कुर्सी ने नीचे गिरा दिया। वह काफी देर तक भूषण को पीटता रहा। प्रशांत भूषण किसी तरह उससे खुद को बचाते रहे। इस बीच अन्य वकील वहां पहुंच गए। उन्होंने युवक को पकड़ लिया।
प्रशांत भूषण ने कहा कि हमला करने वाले दो युवक थे। उन्होंने कहा कि वह उन युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे।
इसह हमले की टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने तीखी आलोचना की है। किरण बेदी ने कहा, 'प्रशांत भूषण समाज के लिए काफी कुछ कर रहे हैं। वे बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। ऐसे में उन पर हमला करना समझ से परे है। यह हमला बताता है कि हम एक व्यक्ति या समाज के तौर पर कितने असहिष्णु हो गए हैं।
पिटाई के बाद प्रशांत भूषण ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कुछ दिनों पहले वाराणसी में उन्होंने कश्मीर में जनमत संग्रह कराए जाने के सवाल पर कहा था कि वहां भी जनमत संग्रह कराया जा सकता है। वाराणसी में बीते सितंबर में पराड़कर स्मृति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य और वकील प्रशांत भूषण ने कहा था कि सेना के दम पर कश्मीरियों को बहुत दिनों तक दबाव में रखना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि कश्मीर का भविष्य तय करने के लिए जनमत संग्रह कराया जाना चाहिए।
बीजेपी ने कांग्रेस पर उठाए सवाल
बीजेपी ने प्रशांत भूषण पर हुए हमले के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार
बताया है। बीजेपी के प्रवक्ता बलबीर पुंज ने कहा है कि वह इस हमले की
निंदा करते हैं। पुंज ने कहा, 'पुलिस पता लगाए कि ये हमलावर कौन हैं
और इनके पीछे कौन लोग काम कर रहे हैं।
कश्मीर पर जनमत संग्रह वाले बयान से था नाराज
प्रशांत भूषण ने कहा कि हमलावर युवक कश्मीर को लेकर उनके बयान से
नाराज था। भूषण ने कहा कि उनसे कुछ समय पहले सवाल पूछा गया था कि क्या
कश्मीर का भविष्य जनमत संग्रह से तय होना चाहिए? इस पर तब उन्होंने
कहा था कि हां ऐसा हो सकता है।
हमले पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने इस घटना पर प्रतिक्रिया जताते हुए
इसे बर्बर करार दिया। उन्होंने कहा कि हमलावर युवकों को कड़ी से कड़ी
सजा मिलनी चाहिए।
प्रशांत बहादुर हैं, वह डटे रहेंगे
प्रशांत भूषण के पिता शांतिभूषण ने कहा कि यह हमला निंदनीय है। लेकिन
अगर कुछ लोग ऐसा समझते हैं कि ऐसे हमलों से उसका आत्मविश्वास डिग
जाएगा, तो वे गलत सोच रहे हैं। प्रशांत आगे भी समाज की बेहतरी के लिए
काम करते रहेंगे।
हम कितने असहिष्णु हो गए हैं
इस हमले की टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने तीखी आलोचना की है। किरण
बेदी ने कहा, 'प्रशांत भूषण समाज के लिए काफी कुछ कर रहे हैं। वे बहुत
अच्छा काम कर रहे हैं। ऐसे में उन पर हमला करना समझ से परे है। यह
हमला बताता है कि हम एक व्यक्ति या समाज के तौर पर कितने असहिष्णु हो
गए हैं।
कायरतापूर्ण हमला
कांग्रेस ने प्रशांत भूषण पर हुए हमले की निंदा करते हुए इसे कायरता
भरा कदम बताया है। पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि
उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। लेकिन अगर ऐसा हुआ है तो पार्टी
इसकी आलोचना करती है।
Share Your View via Facebook
top trend
-
मुर्शरफ़ की संपत्ति ज़ब्त करने का आदेश : आतंकवादी निरोधक अदालत, पाकिस्तान
-
मस्जिद बनाने के लिए अरबों की जमीन व दिल्ली का सरकारी खजाना लुटाने की तैयारी
मस्जिद बनाने को अरबों की जमीन व सरकारी खजाना लुटाने की तैयारी दिल्ली के मुसलमान नेताओं को खुश करने में जुटीं शीला दीक्षि..
-
बोफोर्स मसले में सोनिया गाँधी का नाम क्यों नहीं लिया जा रहा हैं?
अंग्रेजी साप्ताहिक समाचार पत्र आग्रेनाइज़र ने बोफोर्स घोटाले में सोनिया गाँधी का नाम न लिए जाने पर चिंता जताई है। समाचार..
-
टाटा मोटर्स का कमाल, वैश्विक बिक्री में 24 प्रतिशत का इजाफा
देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स ने एक बार फिर कमाल कर दिखाया है। इस बार यह कमाल टाटा मोटर्स ने वैश्विक बा..
-
बाबा रामदेव ने शुरू की दूसरी 'जंग': झांसी से निकली स्वाभिमान यात्रा
झांसी. योग गुरु बाबा रामदेव एक बार फिर भारत स्वाभिमान यात्रा पर निकल पड़े हैं। योग गुरु ने मंगलवार को इस यात्रा का आ..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)