पानी, शिक्षा, सड़क और आरोग्य जैसी प्राथमिक सुविधाओं को तरसते और विकास योजनाओं की कल्पना भी ना कर सकनेवाले अनेक गॉंव इस देश ..
पाकिस्तान के हाथ लगी भारत की संवेदनशील सुरक्षा जानकारी

मीडिया के कुछ वर्गों में पाक अधिकृत कश्मीर में प्रविष्ट हुए
भारतीय सेना के चॉपर को शीघ्र वापस लौटा दिए जाने पर "दोस्ती के नए
अध्याय" की चर्चा को फलने फूलने का समय ही नहीं मिला, उससे पहले ही
पाकिस्तान की करतूत सामने आ गयी है | सियाचिन ग्लेशियर, अक्साई चिन
लद्दाख कारगिल सेक्टर से सम्बंधित भारत की सुरक्षा का जीपीएस डाटा
पाकिस्तान ने भारतीय सेना के चॉपर से चुरा लिया है | जिस दौरान चॉपर
उनके द्वारा अनधिकृत रूप से हथियाए कश्मीर में था, उस दौरान ही यह
कृत्य किया गया |
सरकार के शीर्ष सूत्रों की माने तो घटना की उच्च स्तर पर जाँच की जा
रही है क्योंकि चॉपर का जीपीएस डाटा चॉपर वापस आने पर मिटा हुआ पाया
गया | उस डाटा में '१४ कॉर्प्स' क्षेरा के गुप्त चिह्न एवं गुप्त नाम
दर्ज थे | एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि ये सारी गुप्त एवं
संवेदनशील सूचनाएँ अब पाकिस्तानी सेना के पास हैं |
उधर इस बात को लेकर भी भारतीय सेना के कर्मीदल से पूछताछ हो रही है कि
वे पाक अधिकृत क्षेत्र में पहुँचे कैसे जब चॉपर जीपीएस से युक्त था
| यद्यपि पाकिस्तान ने कहा है कि उसके लड़ाकू जेट ने भारतीय
विमान को उतरने के लिए बाध्य किया, तथापि तथ्य सामने आ रहा है कि न तो
भारतीय विमानचालक को ही पता था कि वह कहाँ चॉपर उतार रहे हैं, न ही
पाकिस्तानी सेना को ही चॉपर उतारते समय इसकी जानकारी थी |
भारतीय चॉपर 'चीता' उस समय एक अनुरक्षण अभियंता को तकनीकी खराबी से
प्रभावित एक उन्नत हलके विमान के रखरखाव के लिए ले कर जा रहा था जिस
समय वह प्रतिकूल मौसम के कारण मार्ग भटक गया और पाक अधिकृत कश्मीर में
प्रविष्ट हो गया |
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