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"बंद कर देनी चाहिए सीबीआई" - राजस्थान उच्च न्यायालय की टिप्पणी

राजस्थान उच्च न्यायालय ने भी अब वो कह दिया है जो देश की जनता कब
से अनुभव करती आ रही है की सीबीआई जिस कार्य के लिए बनायीं गयी थी, वो
न कर के राजनैतिक कठपुतली बन गयी है।
राजस्थान उच्च न्यायालय की एक सदस्यीय पीठ में जस्टिस महेश चन्द्र
शर्मा ने यह टिप्पणी की। जस्टिस शर्मा ने सीधे कहा कि आप लोग किसी
किसी आरोपी को सलाम ठोकते हो, चाय पिलाते हो, और न्यायिक हिरासत की
मांग करते हो और दूसरे आरोपियों के लिए अधिक से अधिक पुलिस हिरासत
मांगते हो। उन्होंने ये टिप्पणी हेड कांस्टेबल जगराम की याचिका पर
की।
जगराम पर चूरू के शराब माफिया दारा सिंह की अक्टूबर २००६ में हुयी
हत्या में शामिल होने का आरोप है। जगराम ११ महीने जेल में बिता चूका
है और उसने सीबीआई पर जानबूझ कर अभियोग में देरी करने का आरोप लगाया
है।
इसी मामले में अपराध शाखा के डीजीपी ऐ के जैन ने न्यायालय के समक्ष
आत्म समर्पण कर दिया था और उन्हें केवल १३ दिन हिरासत में रहना पड़ा
था। जस्टिस शर्मा ने कहा कि उन्हें सीबीआई में विश्वास नहीं रह
गया है क्योंकि उसने स्वयं ही अपने आचरण से अपनी विश्वसनीयता खो दी
है।
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