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हो जाइए तैयार, पड़ेगी महंगाई की चौतरफा मार: यू.पी.ए. सरकार की नाकामयाबी का सिलसिला जारी ...
लगातार बढ़ रही महंगाई से उम्मीद मिलने की बात तो दूर रही बल्कि अब आप महंगाई की चौतरफा मार के लिए तैयार हो जाइए।
महंगी हो सकती है मोबाइल पर कॉल
इस बात के पुख्ता आसार बन रहे हैं कि देश की तमाम बड़ी मोबाइल फोन कंपनियां कॉल दरों में बढ़ोतरी कर सकती हैं। सूत्रों का कहना है कि इन कंपनियों ने अपने मुनाफे का मोटा हिस्सा 3-जी सेवाओं के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने में लगा दिया। वे प्रॉफिट मार्जिन से भी कोई समझौता करने की स्थिति में भी नहीं हैं। ऐसे में अब इन कंपनियों के पास मुनाफा बढ़ाने के लिए दूसरा कोई विकल्प नहीं बचा है। इस बीच, भारती ग्रुप के सीएमडी सुनील मित्तल ने कहा कि अब कंपनियों को ग्रामीण इलाकों और सस्ती सेवाओं में विस्तार करना है, इससे उन पर दबाव लगातार बढ़ रहा है। इसके चलते निकट भविष्य में रेट बढ़ाए जा सकते हैं।
उधर, टेलीकॉम मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा है कि अगर फोन कंपनियां मुनाफा कमाने के लक्ष्य को देशहित में कम नहीं करेंगी, तो टेलीकॉम इंडस्ट्री की ग्रोथ पर बुरा असर पड़ेगा। ऐसा हुआ, तो कड़े नियंत्रण लागू करने पड़ेंगे।
अक्टूबर से हवाई यात्रा महंगी होगी!
अक्टूबर से देश में हवाई यात्रा करने के लिए ज्यादा दाम चुकाने पड़ सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, तमाम एयरलाइंस ने घरेलू उड़ानों पर किराया बढ़ाने की तैयारी कर ली है। एक सीनियर एयरलाइन एग्जेक्युटिव ने बताया, अक्टूबर से त्योहारी सीजन शुरू होने के बाद 3 महीनों के दौरान कई लोग ट्रैवल करते हैं। ऐसे में अक्टूबर में यात्रियों की संख्या में 85-90 % बढ़ोतरी की उम्मीद है। इस दौरान मेट्रो रूट्स पर 8-10 फीसदी और कम उड़ानों वाले एक्सक्लूसिव रूटों के किराये 12 से 15 % तक बढ़ सकते हैं। कंपनियां इस बात की सावधानी बरत रही हैं कि किराया एकदम बहुत ज्यादा नहीं बढ़ाया जाए, क्योंकि पिछले साल 200 प्रतिशत किराया बढ़ाने के बाद डीजीसीए को दखल देना पड़ा था।
रेल किराए के साथ-साथ खाना भी महंगा होगा
रेल किराए में बढ़ोतरी की खबर पहले ही आई थी और अब रेल किराए बढ़ने के साथ रेल में खाने के लिए भी ज्यादा पैसे चुकाने होंगे। हालांकि खाना पहले से बेहतर मिलने की उम्मीद है। रेलवे यात्रियों के लिए बेहतर खाना उपलब्ध कराना चाहती है लेकिन कैटरर्स ने कहा है कि इसके लिए रेट बढ़ाने होंगे। रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी ने माना है कि रेलवे के किरायों में बढ़ोतरी पर विचार हो रहा है, लेकिन कोई फैसला नहीं हुआ है। बढ़ोतरी खासतौर पर एसी क्लास में होने की संभावना है। पिछले 8 सालों से रेल किरायों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। आखिरी बार किराए में बढ़ोतरी 2003 में तत्कालीन रेल मंत्री नीतीश कुमार के वक्त में हुई थी। 2004 से 2008 तक लालू प्रसाद ने किरायों में कुछ कमी ही की। ममता बनर्जी ने भी किरायों में कोई बदलाव नहीं किया।
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