जतिंद्र नाथ दास (27 अक्टूबर 1904 - 13 सितम्बर 1929), उन्हें जतिन दास के नाम से भी जाना जाता है, एक महान भारतीय स्वतंत्रत..
" मोदी छाए गहलोत लजाए " सच्चाई नहीं पचा पाए और मंच छोड़ चले गए
जयपुर में चल रहे एन.आर.आई. सम्मेलन में आज गुजरात के मुख्यमंत्री
नरेन्द्र मोदी के ओजपूर्ण सम्बोधन से बिड़ला सभागार तालियों से गूंज
उठा. बिड़ला सभागार में मोदी के संबोधन के दौरान जमकर तालियां बजी ।
पहले अशोक गहलोत ने केंद्र की यूपीए सरकार और सोनिया गांधी की
तारीफों के पुल बांधने शुरू किए। गहलोत ने राज्यों के खासकर
राजस्थान के विकास के लिए सोनिया गांधी को श्रेय दिया।
गहलोत के भाषण के बाद मोदी ने जैसे ही मंच से गहलोत की खिंचाई शुरू की
। मोदी ने अपने भाषण में कहा कि गहलोत जी ने बताया है कि उन्हें
दिल्ली क्या-क्या देता है। आशीर्वाद दे रहा है। मुझे कुछ नहीं मिल रहा
है। मैंने अपने बलबूते गुजरात को बनाया है। गहलोत के जाने के
बाद भी मोदी चुप नहीं हुए और विकास के एक-एक मुद्दे पर गहलोत के
राजस्थान से अपने गुजरात की तुलना करते रहे। राजस्थान में इन
दिनों हो रही बिजली कटौती को भी निशाना बनाते हुए मोदी ने कहा कि कुछ
राज्यों में बिजली आना ही सरप्राइज है। अभी गहलोत जी कह रहे थे कि
उनके पास आठ हजार मेगावाट बिजली है, लेकिन इससे आधी तो गुजरात के पास
सरप्लस है।
- - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - -
- - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - -
In Eng : Modi rocked, Gehlot shocked: NRI Conference
- - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - -
- - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - -
मोदी ने कहा कि मैंने पिछले साल प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा था ।
आम तौर पर एक मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री को क्या लिखता है? वह कोष की
मांग करता है, पर मैंने कोष की मांग करते हुए कभी पत्र नहीं लिखा । इस
लेटर में प्रधानमंत्री से गुजरात के लिए एक सैटलाइट मांगा गया था, पर
वह इस बात को लेकर असमंजस में थे कि क्या किया जाए । प्रदेश को एक
भारतीय अंतरिक्ष संचार उपग्रह पर एक पूर्णकालिक ट्रांसपोंडर मिला,
जिससे प्रदेश एक समय में 12 सेक्टरों में दूरस्थ शिक्षा दे सकता था ।
यह प्रदेश में सुशासन, दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम और टेलिमेडिसिन के
क्षेत्र में सुधार के लिए था ।
नरेंद्र मोदी ने पीएम पर हमला जारी रखते हुये कहा कि मैंने एक बार
प्रधानमंत्री को सुझाव दिया था कि अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे राजस्थान
और गुजरात के रेगिस्तान क्षेत्रों में सौर ऊर्जा यूनिट लगाई जाएं,
जिससे सीमा की सुरक्षा और सौर ऊर्जा उत्पादन का दोहरा उद्देश्य पूरा
हो सके ।
सेशन के दौरान कई प्रवासी भारतीयों के मोदी के समर्थन में हूटिंग,
तालियां बजाने और मोदी से राजस्थान और केंद्र के शासकों को प्रेरणा
लेने की सलाह से कार्यक्रम में मौजूद यूपीए सरकार के केंद्रीय प्रवासी
मामलों के मंत्री वायलार रवि बौखला गए। रवि ने मंच पर आकर एक प्रवासी
भारतीय को झिड़क दिया कि वे सलाह न दें, न ही व्यक्तिगत सवाल करें,
दोनों में जमकर बहस हुई।
मोदी ने अक्षय ऊर्जा पर बोलते हुए कहा कि वह गहलोत के मेहमान है इसलिए
अच्छा और बुरा कैसे बोल सकते हैं. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
सेशन से बीच में ही उठकर चले गए. जिससे एन.आर.आई. चिकित्सक भी काफ़ी
नाराज़ हुए. गहलोत बाद में निवेश के मुद्दे पर प्रवासी भारतीयों से
बात करने भी नहीं गए। राजस्थान के पवैलियन में निवेशकों ने
मुख्यमंत्री गहलोत को बुलाने की मांग भी की। लेकिन गहलोत नहीं आए।
नरेन्द्र मोदी ने एन.आर.आई. को संबोधित करते हुए, विकास और
निवेश के लिए आमंत्रित किया । उन्होंने कहा कि हमें थ्री-एस. स्केल,
स्किल और स्टील की ज़रूरत है । उन्होंने विकास दर, दूध, कृषि, नमक और
औद्योगिक उत्पादनों की उन्नति का बखान भी किया । मोदी बोले कि दुनिया
में 10 में से 9 हीरे गुजरात में तराशे जाते हैं । मोदी ने कहा कि
गुजरात में इतना दूध होता है कि दिल्ली का शायद ही कोई नेता वहां का
दूध पीए बिना बड़ा हुआ होगा । मोदी ने बताया कि कैसे गुजरात से नर्मदा
का पानी राजस्थान पहुँच भी गया और कोई चर्चा भी नहीं हुई ।
मोदी ने २०१५ में प्रवासी भारतीय दिवस गुजरात में आयोजित करने की
अनुमति भी वायलार रवि से मांगी । उन्होंने याद दिलाया कि कैसे
राजस्थान के मांगने पर वायलार ने एक मिनट में अनुमति दे दी थी पर
वायलार ने गुजरात को वहाँ अनुमति नहीं दी ।
Share Your View via Facebook
top trend
-
देश के सबसे बड़े अनशन सत्याग्रही - शहीद जतिन दास
-
केंद्र पर बरसे मोदी, जयललिता-पटनायक से मिले, बढ़ेगा एनडीए का दायरा?
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार और सेना के बीच हाल के विवाद को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए गम्भीर खतरा करार..
-
जीने का सही तरीका सिखाती है महाभारत, यानी आर्ट ऑफ लिविंग, कैसे रहें, जीवन की क्या परंपराएं हैं
हर अच्छी किताब पढऩे के कुछ फायदे हैं। यदि बारीकी से शब्दों को पकड़ेंगे तो हम पाएंगे किताब में चार संदेश जरूर होते हैं। कैस..
-
कालिदास जयंती कार्तिक शुक्ल द्वादशी पर विशेष
कालिदास संस्कृत भाषा के सबसे महान कवि और नाटककार थे। इन्हें विक्रमादित्य के नवरत्नों में से एक माना जाता है। इतिहासकार काल..
-
लोकतंत्र की और लोगों की ताक़त का संकेत है, सेनाध्यक्ष वीके सिंह
सरकारी लोकपाल विधेयक के विरोध में अनशन कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हज़ारे को मिल रहे जन समर्थन पर भारत के सेना प्रमुख ..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)