शाकाहारी दिवस के अवसर पर बेनजीर ने कहा कि शाकाहारी खाना खाने वाले लोगों में मांस खाने वाले लोगों की तुलना में मोटापे का खत..
दिल्ली के गली-कूचों में बहेगी बीयर, सरकार ने लगायी मुहर ?

सरकार किसी भी हद तक जाते हुए खाली खजाने को भरने की अकुलाहट और
बीयर की बिक्री में आई गिरावट के मद्देनजर दिल्ली सरकार एयरपोर्ट और
पांच सितारा होटलों से लेकर गली-कूचों तक में दो दर्जन से अधिक
स्थानों पर बीयर की फैक्ट्री (माइक्रो ब्रेवरी) लगाने का लाइसेंस देने
की तैयारी में है।
आबकारी विभाग दिल्ली को विश्र्वस्तरीय शहर बनाने का पैमाना करार दे
रहा है। सरकार ने मोटी कमाई की इस योजना में बाधा बन रहे मास्टर
प्लान-2021 के प्रावधानों की काट भी ढूंढ़ ली है। अधिकारियों का कहना
है कि मास्टर प्लान में यह कहा गया है कि राजधानी में प्रदूषण फैलाने
वाली कोई फैक्ट्री नहीं लगाई जाएगी। उनका कहना है कि शराब बनाने वाली
फैक्टि्रयों से प्रदूषित पदार्थो का उत्सर्जन होता है, जबकि बीयर के
साथ ऐसी कोई बात नहीं है।
आबकारी विभाग ने पिछले दिनों दिल्ली मंत्रिमंडल के समक्ष विचार के लिए
दो प्रस्ताव भेजे थे। इनमें से एक प्रस्ताव एयरपोर्ट पर शराब की
दुकानें खोलने से संबंधित था, जबकि दूसरा प्रस्ताव माइक्रो ब्रेवरी का
था।
शराब की दुकानें खोलने संबंधी प्रस्ताव पर तो मंत्रिमंडल ने मुहर लगा
दी लेकिन माइक्रो बेवरी खोलने संबंधी प्रस्ताव को रोक लिया गया।
सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में इस प्रस्ताव को भी हरी झंडी
दिखलाई जा सकती है।
साभार दैनिक जागरण
Share Your View via Facebook
top trend
-
शाकाहारी खाना खाने वाले लोगों को बीमारियों से दूर रखता है शाकाहार जीवन
-
गुरु गोबिंद सिंह जी के पुन्य/शोक दिवस ०७ अक्टूबर १७०८ पर विशेष
शोर मचा है, होड़ लगी है, छाती पीट रहे हैं लोग,
हाय ! स्टीव मर गया, कैंसर का था उसको रोग,
लेकिन ये छाती पीटन.. -
04 फरवरी, डॉ स्वामी, गोविन्दाचार्य एवं बाबा रामदेव का राष्ट्रीय सम्मलेन
Action Committee Against Corruption In India (ACACI) के चेयरमेन डॉ सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा दिल्ली के के मावलंकर हाल मे..
-
स्टिंग, सीडी, साज़िश, सज़ा और सियासत - पंकज झा
कांग्रेस सांसद के सीडी की आंच अभी मंद भी नहीं हुई थी कि भाजपा से संबंधित एक पुराना सीडी प्रकरण चर्चा के केन्द्र में है। ..
-
भारतीय घरों में ५० लाख करोड़ का सोना : भारतीय संस्कृति का प्रभाव एवं मजबूत भारत
श्रृंगार का प्रतीक सोना सदैव भारत वर्ष की पहचान रहा है। ज्ञातव्य है की इसे भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान दिया गया है। अब..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)