रायगढ़ में ज्येष्ठ शुक्ल त्रयोदशी तदनुसार 6 जून 1674 को हुआ छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक हिंदू इतिहास की सबसे गौर..
आज फिर मुंडकोपनिषद का सार मंत्र - "सत्यमेव जयते" भारत मे गूंज
उठा और एक कड़वा सत्य सामने आया कि कन्या भ्रूण हत्या जैसी वीभत्स
सामाजिक बुराई को जन्म देने मे काँग्रेस की अविचारी नीतियों का हाथ
है। इस तथ्य को कपोल कल्पना मानकर खारिज नहीं किया जा सकता क्योंकि
तत्कालीन सरकार पर इसी प्रकार के अन्य गंभीर आरोप अर्थात ज़बरदस्ती
नसबंदी करवाने आदि जैसे आरोप भी लग चुके है। जाहिर है काँग्रेस
का उद्देश्य समस्या को खत्म करने की बजाय पीड़ित को ही खत्म करना रहा
है।
शो मे डॉक्टर साहब ने खुलासा किया कि कन्या भ्रूण हत्या की शुरुआत 70
के दशक मे तत्कालीन सरकार (सर्वज्ञात है कि उस वक़्त इन्दिरा सरकार
सत्ता मे थी) ने की थी। चूंकि लोग बेटे की चाह मे कई बच्चों (लड़कियों)
जन्म दे देते थे अतः इस अविवेकी बर्बर सरकार ने बड़े अस्पतालों के
चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनसंख्या कम करने के लिए
अनचाही बच्चियों को खत्म कर दिया जाये और कन्या भ्रूण हत्या के लिए
माँ बाप को प्रेरित किया जाए।
कुछ समय पश्चात महिला अधिकार संगठनों का ध्यान इस बर्बर सरकारी कृत्य
पर गया और उनके विरोध के चलते सरकार को यह आदेश वापस लेना पड़ा। किन्तु
तब तक बहुत देर हो चुकी थी। चिकित्सा के पवित्र पेशे का व्यापारीकरण
करने वाले चिकित्सक और बच्चियों को बोझ मानने वाले लोग, दोनों ही
अवैधानिक गर्भपात के पैशाचिक हथियार से परिचित हो चुके थे। यह हथियार
भारतीय समाज के लिए अत्यंत विध्वंसक साबित हुआ। आज महिलाओं की
घटती आबादी, कन्या भ्रूण हत्या, महिलाओं के प्रति बढ़ते अत्याचार हेतु
कहीं ना कहीं इन्दिरा सरकार की यह वीभत्स नीति जिम्मेदार है। कन्याओं
को देवी मानने वाले इस देश मे आज नन्ही बेटियों को पैदा होने से
पहले ही मार डाला जाता है।
हालांकि यह कृत्य कतई माफी लायक नहीं है किन्तु समय आ गया है कि इस
खुलासे के बाद काँग्रेस को नैतिक आधार पर देश से और खासकर भारतीय
महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए।
Share Your View via Facebook
top trend
-
भारतीय इतिहास की गौरवशाली गाथा है शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक
-
अहमदाबाद पुलिस ने ३१ गायों को कटने से बचाया
डी.एन.ए के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार ओधव पुलिस, गुजरात ने गत बुधवार ओधव रिंग रोड पर अवैध रूप से काटे जाने के लिए ले ..
-
पाकिस्तान ने माना, तेज होगी भारत के खिलाफ जंग
भारत-अफगानिस्तान के बीच सुरक्षा से जुड़े मामलों में समझौता भारत के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। दरअसल, भारत और अफगानिस्..
-
7वीं पास ने हवा से बिजली पैदा कर दी, पंखा, रेडियो और ट्यूब जलाकर लोगों को हैरत में डाला
खेडा अफगान (मुजफ्फरनगर)।। मनुष्य यदि किसी काम को करने की ठान ले तो मुश्किलें भी उसके लिए राह बनाने लगती हैं। मुजफ्फरनगर जि..
-
मंत्री विधायक बनाने के लिए रिश्वत लेते हैं फारुक अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर में नैशनल कॉन्फ्रेंस के नेता हाजी यूसुफ शाह की संदिग्ध हालात में मौत मामले में एक चश्मदीद के खुलासे से मुख्यम..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)