केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार के कल के वक्तव्य जिसमें उन्होंने यूपीए को कमजोर कहा था एवं नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा की थी, के बाद यूपीए के बड़े घटक डीएमके के टी आर बालू ने कहा है कि वे पवार की बात से आंशिक रूप से सहमत हैं | बालू ने कहा कि सरकार स्थितियों को बेहतर ढंग से संभाल सकती थी | बालू ने विशेषकर अन्ना हजारे घटनाक्रम, सीएजी की रिपोर्ट और बढती महंगाई का जिक्र किया | साथ ही बालू ने श्री लंकाई तमिलों के मुद्दे पर भारत के लचर रवैये पर भी असंतोष व्यक्त किया | भाजपा ने इस सारे घटनाक्रम पर टिपण्णी देते हुए कहा है की यूपीए के घटक दल अब समझ रहे हैं कि वे एक डूबते जहाज के यात्री हैं | राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि पहले ममता बनर्जी ने बंगलादेश की यात्रा से हाथ खींच कर प्रधानमंत्री को झटका दिया और अब पवार और बालू, सरकार के विरुद्ध जनता के बीच बोल रहे हैं | उधर प्रिटोरिया से लौटते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने स्वीकार किया है कि यूपीए को संगठित रखना एक बड़ी चुनौती होगी |
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