संघ की परम्परा में "भगवा ध्वज" ही सर्वोच्च है, कोई व्यक्ति, कोई पद अथवा कोई अन्य संस्था महत्वपूर्ण नहीं है। प्रतिवर्ष के अ..
कमेले के झमेले का अंत, छह जेसीबी मशीन लगा पीएसी और आरएएफ ने की पशु वधशाला नेस्तनाबूद

मेरठ के इतिहास में मंगलवार का दिन प्रशासन की एक बड़ी कामयाबी के
रूप में दर्ज हो गया। शहर के लिए वर्षो से नासूर बना हापुड़ रोड स्थित
कमेला ध्वस्त कर दिया गया। प्रशासन-पुलिस का अमला सुबह कमेले पर पहुंच
गया और पूरे क्षेत्र को पुलिस, पीएसी और आरएएफ के हवाले कर दिया गया।
इसके बाद छह जेसीबी मशीनों को लगाकर पशु वधशाला को नेस्तनाबूद कर दिया
गया।
इस दौरान पुलिस ने चारों तरफ से घेराबंदी किए रखी जिसके चलते किसी की
वहां फटकने की हिम्मत नहीं हुई। लगभग साढ़े पांच घंटे चले अभियान के
बाद कार्रवाई को रोक दिया गया।
मंगलवार की सुबह लगभग सात बजे अचानक प्रशासन-पुलिस का अमला हापुड़ रोड
पहुंचाना शुरू हो गया। एडीएम सिटी डा. नीरज शुक्ला व एसपी सिटी ओम
प्रकाश के नेतृत्व में सीओ मनीष मिश्रा, तीन एसडीएम, तीन एसीएम, नगर
आयुक्त व बड़ी संख्या में पुलिस बल, पीएसी व आरएएफ के साथ कमेले पर
पहुंचे। उनके साथ फायर बिग्रेड की गाड़ी, महिला पुलिस बल, नौ एबुलेंस
व डाक्टरों की टीम थी। पुलिस ने देखते ही देखते क्षेत्र कब्जे में ले
लिया। अफसरों ने फोर्स के साथ कमेले में प्रवेश किया तो वहां कटान
जारी था।
उन्होंने पशु कटान कर रहे कर्मचारियों को तत्काल कटान बंद कर बाहर
जाने का फरमान सुनाया। कर्मचारियों ने विरोध किया और कटान रोकने से
इन्कार कर दिया। अधिकारियों व कमेला कर्मचारियों की तीखी झड़प के बाद
जबरदस्त हंगामा हुआ। पुलिस ने चेतावनी देते हुए सभी लोगों को वहां से
भगा दिया। ... जानवरों को क़त्ल कर, मांस बढाने के अनाज खिलाते है, इसी भोजन
की कमी से लाखों लोग भूख से मरते हैं
साभार : दैनिक जागरण (सम्पूर्ण कवरेज लिए पढ़ें मेरठ जागरण)
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