दिल्ली विश्वविद्यालय के समीप का बहुत पुराना और प्रसिद्ध चौक है - किंग्स्वे कॅम्प| चौक के बाई ओर विजयनगर तो दाहिनी ओर ..
दैनिक समाचार पत्र डीएनए में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार जांच एजेंसियों को इस बात के पुष्ट प्रमाण मिले हैं की अनेक भारतीयों ने स्विस बैंकों में जमा अपने काले धन को सरकार की आदतन अथवा जान बूझ कर की जा रही देरी का लाभ उठाते हुए वहाँ से निकाल कर अन्य देशों के बैंकों में जमा करवा दिया है जिनके साथ भारत की ऐसी संधि नहीं है कि उन पर कोई संकट आ सके |
जांच एजेंसियों को कुछ ऐसे स्विस बैंकों के खाते, जिन्हें वे विगत कई वर्षों ने ट्रेस कर रही थी, उनसे हुए अनेक विनिमय का पता चला है | आयकर विभाग और आर्थिक आसूचना एकक (फाइनेंसियल इंटेलिजेंस ब्यूरो) को इसकी सूचना दे दी गयी है | उसके एक अधिकारी ने पत्र को बताया कि धन का ये स्थानांतरण मकाउ, आइसल ऑफ़ मैन, न्यू जर्सी द्वीप, केमन द्वीप और सेशेल्स में किये गए हैं - ये सभी करचोरी कर के कालेधन रखने की कुख्यात जगहें हैं |
यद्यपि सरकार को इसकी सूचना दे दी गयी है परन्तु अधिकारी अधिक कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं |
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