वह बात जो एक सीधा सादा देशवासी कई बार अनुभव करता है और जो विश्लेषण क्षमता और राजनैतिक मामलों की समझ रखने वाले दावे के साथ ..

अपनी भारत स्वाभिमान यात्रा के दूसरे चरण के तहत उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में एक सभा को संबोधित करने के दौरान बाबा रामदेव को कुछ लोगों ने काले झंडे दिखा दिये। इस पर योगगुरु ने कहा कि देश को काले झंडे नहीं, बल्कि विदेशों में जमा काला धन वापस चाहिये।
रामदेव के पतंजलि योगपीठ की ओर से जारी बयान में पिथौरागढ़ में उन्हें कुछ लोगों द्वारा काले झंडे दिखाने की पुष्टि की गयी है। बयान के मुताबिक, ‘‘एक पार्टी के बौखलाये कार्यकर्ताओं की छिटपुट भीड़ ने काले झंडे दिखाने की कोशिश की।’’ इस पर रामदेव ने किसी दल का नाम लिये बगैर कहा, ‘‘कालेधन के मुद्दे पर देश में जनाक्रोश फूट रहा है और हर दिन लाखों-करोड़ों लोग प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से इस आंदोलन से जुड़ रहे हैं।
ऐसे में अब उस पार्टी के कार्यकर्ता काले झंडे दिखाकर अपनी पार्टी और नेतृत्व का मुंह काला कर रहे हैं। हमने तो देश के लिये काला धन मांगा था। उन्होंने कहा, ‘‘काले झंडे दिखाने से गरीबी, अशिक्षा, महंगाई और बेरोजगारी दूर नहीं होगी। देश को काला झंडा नहीं, विदेशों में जमा 400 करोड़ रुपये का काला धन वापस चाहिये।’’ योगगुरु ने कहा कि केंद्र सरकार रामलीला मैदान में जब असली रामदेव को नहीं जला पायी तो एक पार्टी विशेष के कार्यकर्ता उनके पुतले जलाकर अपने चरित्र का परिचय दे रहे हैं।
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