मोदी के गरवी गुजरात का गौरव गान नित्य नयी स्वर लहरियाँ बिखेरता जा रहा है | पहले संयुक्त राष्ट्र संघ ने गुजरात के जनकल्याण ..
हथौड़ा चलाएं या फेंक दे सैमसंग का यह फोन नहीं टूटेगा : गेलेक्सी स्किन

सैमसंग फोन बाजार में जल्द एक नई क्रांती लाने की पूरी तैयारी कर चुका है। आनेवाले समय में सैमसंग एक ऐसा फोन पेश करने वाला है जो फोन के क्षेत्र में एक नय युग की शुरूआत कर देगा। इस नए फोन को आने में ज्यादा समय नहीं लगेगा हो सकता 2012 की सर्दियो तक यह फोन आपके हाथ में हो।
आपने किताबों और कहानी में ऐसे फोन के बारे में सुना होगा जिसे आप कागज की तरह मोड़ कर सकते हों। भविष्य के फोन में कौन सी नई तकनीके आएंगी इसकी शायद हम कल्पना भी नहीं कर सकते।
सैमसंग के गैलेक्सी स्किन की स्क्रीन में ग्राफीन की मोटी लेयर दी गई है जो फोन की लिक्विड क्रिस्टल स्क्रीन को पूरी तरह से फ्लेक्सिबल बनाती है। सैमसंग के नए हैंडसेट में आम फोन के साधारण फीचरों के अलावा कई अनोखे फीचर दिए गए होंगे। स्किन में 800 X 400 पिक्सल के हाईरेज्यूलूशन के साथ एमोल्ड स्क्रीन दी गई है जो हाईडेफिनेश पिक्चर और वीडियो क्वलिटी यूजर का मिलेगी।
गेलेक्सी स्किन की पिक्चर क्वालिटी बाजार में अन्य फोन को पीछे छोड़ देगी। नए फ्यूचर हैंडसेट में 8 मेगापिक्सल कैमरे के साथ पावरफल प्रोसेसर दिया गया है जो 1.2 गीगा हर्ट की स्पीड से फोन को पवर प्रोवाइड करेगा। अच्छे प्रोसेसर और फास्ट स्पीड की वजह से गैलेक्सी स्किन में स्मार्टफोन की सभी एप्स तेजी से खुलेंगी।
जानकारों के मुताबिक सैमसंग गैलेक्सी स्किन में ग्राफ्रिन डिस्प्ले दिया गया है जिसकी वजह से आमतौर यह टूटेगी नहीं। चाहे फोन को पूरी तरह मोड़ क्यों न दें।
सैमसंग अपने नए फोन में दी गई अनोखी स्क्रीन को लेकर इसे प्रमोट करेगा। हालाकि सैमसंग गैलेक्सी स्किन की कीमत के बारे में अभी कोई भी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। मगर बाजार में उम्मीद की जा रही है कि अन्य कंपनियो से मुकाबला करने के लिए सैमसंग अपने नए फोन को कम दामों में ही लांच करेगा। तो अब चाहे हथोड़ा लांए या फिर फेंक दे यह फोन नहीं टूटेगा।
Share Your View via Facebook
top trend
-
मोदी को अब पाकिस्तान आने का मिला आमंत्रण
-
आज भी प्रज्ज्वलित है आर्य संस्कृति की ज्योति, जहाँ गूंजते हैं वेद-मंत्र : प्रबोधिनी गुरूकुल
प्रबोधिनी गुरुकुल के सिद्धांत: गुरुकुल पद्धति भारत भूमि के महान ऋषि मुनियों द्वारा शिक्षा प्रदान करने हेतु किए गए प्रयोगों..
-
दीप से दीप चलो जलाते, नहीं होगा अंधकार कभी...
दीवाली को दीपोत्सव भी कहते हैं। ‘तमसो मा ’योतिर्गमय’ अर्थात् ‘अंधेरे से ज्योति यानी प्रकाश की ओर..
-
गुरु पूर्णिमा महोत्सव : सुश्री तनुजा ठाकुर
नई दिल्ली, ०२ जुलाई, २०१२: 'गुरुपूर्णिमा के अवसर पर "उपासना हिन्दु धर्मोत्थान संस्थान" की संस्थापिका, सुश्..
-
ज्ञान के आभाव में दम तोड़ती परम्पराएँ
कहते है जितनी विविधताएँ हमारे देश में हैं, उतनी विश्व के किसी भी देश में नहीं है। बोली, भाषा, खानपान, वेशभूषा से लेकर गी..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)