घटना उन दिनों की है जब भारत पर चंद्रगुप्त मौर्य का शासन था और आचार्य चाणक्य यहाँ के महामंत्री थे और चन्द्रगुप्त के गुरु भी..
अब राम नवमी उत्सव मनाने एवं मंदिर में घंटी बजाने पर रोक की माँग
हैदराबाद में मजलिस पार्टी के विधायक दल के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी
ने शहर में राम नवमी के अवसर पर निकलने वाली शोभा यात्रा को अनुमति ना
देने की प्रशासन से माँग की है| ओवैसी का कहना है की इस बार ईद
मिलाद-उन-नवी का उत्सव होली के त्यौहार के आसपास ही है और उसी के कुछ
दिन के बाद ही राम नवमी का उत्सव है जिससे शहर में दंगो की स्थिति
पैदा हो सकती है|
ओवैसी की इस मांग से शहर के हिंदुओं में अत्यधिक रोष है और वही
हिंदूवादी संघठनो ने इसकी कड़ी निंदा की| इस मुद्दे पर शहर के युवा
नेता राजा सिंह ने कहा कि एक ओर ओवैसी प्रशासन से ईद
मिलाद-उन-नवी के भव्य आयोज़न में सहयोग की अपील कर रहे है वही दूसरी
ओर रामनवमी ओर हनुमान जयंती पर पाबंदी की माँग कर रहे है|
राजा भाई ने कहा की पुराने शहर में मुस्लिम लीग का गुंडा राज चल रहा
है जिसमें कांग्रेस बराबर की भागीदारी रही है| उन्होंने कहा की कोई भी
राम नवमी ओर हनुमान जयंती मनाने से उन्हें नहीं रोक सकता|
राजा सिंह जी ने शहर की स्थिति बताते हुए कहा की सरकार हिंदू विरोधी
कार्य करने में लिप्त है जिसका ताजा उदाहरण चार मीनार के पास स्थित
भाग्यलक्ष्मी जी के मंदिर पर 'आरती के समय घंटे' बजाने पर रोक है;
जिसके लिए प्रशासन ने दो कांस्टेबल भी भक्तों को घंटे-घन्टी
बजाने से रोकने के लिए लगाये है|
इस विषय पर हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री जयपाल नयाल ने कहा कि
ये माँग ना सिर्फ निंदा योग्य है बल्कि राष्ट्रभावना के विरुद्ध है,
राम नवमी का उत्सव ना सिर्फ हिंदुओं का उत्सव है बल्कि यह पूरे भारत
वर्ष का उत्सव है जो की भारतीय पुण्य भूमि के गौरान्वित इतिहास को
दर्शाता है|
वही इस मुद्दे पर भाजपा के नगर कार्यकारिणी सदस्य नरेश अवस्थी ने इसे
राजनितिक लाभ उठाने का प्रयास बताया| उन्होंने कहा कि ये माँग हिंदुओं
एवं मुस्लिमो के बीच ईर्ष्या की भावना पैदा करने के लिए की गयी है ओर
उन्होंने गृह मंत्री से इस माँग पर तत्काल कार्यवाही की अपील की है और
कहा की राम नवमी का उत्सव इस बार ही पहले की तरह ही धूमधाम से मनाया
जायेगा|
चित्र में भक्तों को रोकती हुई महिला महिला
कांस्टेबल
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