अधिकांश वैज्ञानिकों का मत है कि संसार केवल भौतिक पदार्थों का या प्रकृति की ही रचना है! उसके मूल में कोई ऐसी चेतन या विचा..
गुजरात में एशिया का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा पार्क देगा 605 मेगावाट बिजली, शेष भारत केवल 200 मेगावाट
पाटण/गुजरात । मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने एशिया के सबसे बड़े सौर
ऊर्जा पार्क का उद्घाटन किया। इस ऊर्जा पार्क में लगे सौर ऊर्जा
प्लांट से 605 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा सकेगा। शेष भारत का
यह आंकड़ा महज दो सौ मेगावाट तक ही पहुंच पाया है और इस प्रकार गुजरात
के नाम एक उपलब्धि दर्ज हो गई।
पाटण जिले के चारणका गांव में गुरुवार को मुख्यमंत्री मोदी ने अमेरिकी
काउंसिल जनरल पीटर तथा एशियाई विकास बैंक के अधिकारियों की मौजूदगी
में इस पार्क की शुरुआत की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच
हजार एकड़ में बने सौर ऊर्जा पार्क से 605 मेगावाट बिजली का उत्पादन
होगा। इससे तीस लाख यूनिट बिजली प्रतिदिन उत्पादित होगी, जिससे दस लाख
परिवारों को बिजली मिल सकेगी।
मोदी इस मौके पर केंद्र सरकार पर हमला करने से नहीं चूके, उन्होंने
कहा कि तेल उत्पादक देशों की तरह सौर ऊर्जा के लिए उपयुक्त राष्ट्रों
का एक समूह बनाकर कोयला, तेल व गैस आधारित ऊर्जा पर निर्भरता को कम
करने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखा, लेकिन
सरकार का कोई जवाब नहीं आया।
इसके अलावा सौर ऊर्जा की नीति बनाते वक्त भी गुजरात ने प्रति यूनिट 13
रुपये का भाव रखा, जबकि केंद्र ने 19 रुपये प्रति यूनिट का भाव रखा।
इसके बावजूद निवेशकों ने बेहतर नीतियों के कारण गुजरात को चुना। मोदी
ने यहां बताया कि गांधीनगर को मॉडल सोलार सिटी के रूप में विकसित करने
के लिए डेढ़ सौ मकानों की छतों पर सोलर पैनल लगाए जा चुके हैं, जिनसे
1.39 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है, जनभागीदारी से इसे पांच
मेगावाट तक ले जाना है।
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