गुजरात विधानसभा में आईपैड पर अश्लील तस्वीरें देखने के आरोपी भाजपा के दो विधायकों को शुक्रवार को फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी..
दिग्विजय बोले- आज खोलेंगे हजारे की पोल, अन्ना ने फिर दिया अनशन का अल्टीमेटम
अन्ना हजारे ने एक बार फिर सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अगर जनलोकपाल बिल संसद के शीतकालीन सत्र में पास नहीं हुआ तो वह एक बार फिर अनशन करेंगे। लेकिन दूसरी ओर, कांग्रेस अपने तेवर कड़े करती जा रही है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह आज टीम अन्ना की 'पोल' खोलने वाले हैं। उनका कहना है कि वह बुधवार को ऐसा सुबूत पेश करेंगे, जिससे साबित हो जाएगा कि अन्ना हजारे के आंदोलन को आरएसएस का समर्थन था।
दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को मीडिया से कहा था कि उनके पास अन्ना के आंदोलन को संघ की ओर से समर्थन दिए जाने के सुबूत हैं, जिसे वह बुधवार को सामने लाएंगे। टीम अन्ना लगातार इस बात से इनकार करती रही है कि उनके आंदोलन से सीधे तौर पर आरएसएस का कोई लेनादेना है।
सिंह का दावा है कि उनके पास एक चिट्ठी है, जिसमें साफ लिखा हुआ है कि अन्ना के आंदोलन को आरएसएस का पूरा समर्थन है। यह चिट्ठी आरएसएस की ओर से अन्ना हजारे को लिखी गई थी। दिग्विजय सिंह का यह भी कहना है कि उनके पास आरएसएस के कार्यकर्ताओं को लिखी गई चिट्ठी की भी प्रति है। दिग्विजय सिंह के मुताबिक, 'इस चिट्ठी में सभी कार्यकर्ताओं को बाबा रामदेव और अन्ना हजारे के अभियान में मदद करने को कहा गया था। राम माधव अन्ना हजारे के समर्थन में मंच पर आए थे। गोविंदाचार्य जी ने बयान दिया था कि अन्ना के ज़्यादातर कार्यकर्ता आरएसएस से थे। रामलीला मैदान में प्रबंधन का काम बीजेपी या आरएसएस काडर ने किया था। मोहन भागवत ने अपने दो टूक बयान में कहा था कि वह अन्ना हजारे का समर्थन कर रहे हैं।
यह दावा करने से कुछ ही घंटे पहले कांग्रेस महासचिव ने अन्ना हजारे को एक चिट्ठी लिख कर उनसे सवाल पूछा था कि वह भाजपा के खिलाफ क्यों नहीं बोल रहे हैं। उन्होंने कहा था कि अन्ना स्वार्थी और कांग्रेस विरोधी लोगों से घिरे हैं। दिग्विजय ने अन्ना को इन साथियों से सावधान रहने की नसीहत भी दी थी।
Share Your View via Facebook
top trend
-
भाजपा विधायकों को FSL ने दी क्लीन चिट, टीवी पर ब्रेकिंग न्यूज़ नहीं
-
सांप्रदायिक एवं लक्षित हिंसा निवारण विधेयक : एक विध्वंसक प्रस्ताव
बहुसंख्यक समुदाय (हिन्दू) सदस्य को गिरफ्तार करने के लिए किसी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है | यदि अल्पसंख्यक समुदाय का को..
-
अग्निवेश टीम अन्ना से अलग हुए, अन्ना हज़ारे का आंदोलन सामाजिक न्याय से सहमत नहीं है
टीम अन्ना के एक प्रमुख सदस्य स्वामी अग्निवेश ने कुछ मतभेदों की वजह के बाद अपने आपको टीम की गतिविधियों से अपने आपको अलग कर ..
-
हरिद्वार : कुष्ठ रोगियों के लिये खुले आत्मनिर्भर जीवन के द्वार
गंगा नदी के किनारे मौत हुई तो मऩुष्य के सारे पाप धुलकर उसे मुक्ति मिलती है, ऐसा पुराण युग से कहा जाता रहा है और इसी ..
-
जीने का सही तरीका सिखाती है महाभारत, यानी आर्ट ऑफ लिविंग, कैसे रहें, जीवन की क्या परंपराएं हैं
हर अच्छी किताब पढऩे के कुछ फायदे हैं। यदि बारीकी से शब्दों को पकड़ेंगे तो हम पाएंगे किताब में चार संदेश जरूर होते हैं। कैस..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)