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प्रणब ने दी ऐसी सफाई, सरकार की मुश्किलें और बढ़ाईं
2जी घोटाले में गृहमंत्री पी चिदंबरम को कटघरे में खड़ा करने वाले वित्त मंत्रालय के नोट से पैदा हुआ यूपीए सरकार का संकट और गहराता दिख रहा है। यूपीए के संकटमोचक कहे जाने वाले वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने इस मामले में प्रधानमंत्री और सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर अपनी सफाई दी है लेकिन उनकी सफाई ने कांग्रेस और सरकार की मुश्किलें पहले से बढ़ गई हैं।
प्रणब ने अपने नोट पर दी गई सफाई में कहा है कि जो नोट वित्त मंत्रालय से पीएमओ को भेजा गया था इसकी जानकारी पीएमओ को थी। यही नहीं प्रणब की चिट्ठी के मुताबिक इस चिट्ठी में पीएमओ और कैबिनेट सचिवालय के भी इनपुट लिए गए थे। कैबिनेट सचिव को नोट भी भेजा गया था जिन्होंने बाकायदा इसमें 14 नए पैराग्राफ भी जोड़े थे।
प्रणब के मुताबिक इस नोट के लिए तमाम मंत्रालयों की राय भी ली गई थी। साफ है कि प्रणब ने चिट्ठी लिखकर कई बातें स्पष्ट कर दी है। पहली ये कि ये नोट न सिर्फ उनकी जानकारी में था बल्कि इसे तैयार करने में सरकार के कई मंत्रालय शामिल थे।
प्रणब की इस चिट्ठी से चिदंबरम को बचाने के लिए सरकार और कांग्रेस के जो दावे चल रहे थे उसकी धज्जियां उड़ गई हैं। पार्टी कह रही थी कि ये नोट एक जूनियर अफसर ने लिखा है जबकि सरकार की ओर से खुद पीएम ने कहा था कि उनके मंत्रियों के बीच कोई मतभेद नहीं है।
लेकिन प्रणब मुखर्जी ने साफ कर दिया है कि ये नोट बाकायदा पूरी तैयारी के साथ बनाया गया था। इसमें तैयारी में खुद पीएमओ भी शामिल था।
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