यह घटना आज़मगढ़, मुर्शिदाबाद या मलप्पुरम जैसे मुस्लिम बहुल इलाके की नहीं है, बल्कि यह हृदयविदारक और वीभत्स घटना इंग्लैण्ड ..
कांग्रेसी नेताओं के अत्याचार, महिला आत्महत्या को मजबूर, सोनिया को भेजा खत

कुछ दिनों पहले बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठने वाली विदर्भ की एक किसान की विधवा अर्पणा मलिकर ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र लिखकर आत्महत्या की धमकी है।
गौरतलब है कि अर्पणा मलिकर ने कौन बनेगा करोड़पति में 6.40 लाख रूपए भी जीते थे। साथ में अमिताभ ने खुद 50 हजार रूपए दिए थे। जिसके बाद से वह देश-दुनिया की मीडिया की नजर में हैं।
अर्पणा ने सोनिया को लिखे पत्र में लिखा है कि यदि स्थानीय कांग्रेस नेता और पुलिस ने उन पर अत्याचार बंद नहीं किया तो वह अपने पति और भाई के साथ आत्महत्या करने को विवश होंगी। अर्पणा का आरोप है कि उनका देवर और कांग्रेसी नेता लगातार उन्हें तंग कर रहा है। सोनिया को लिखे पत्र में उन्होंने परिवार को बचाने की गुहार की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें घर खाली करने की भी धमकी मिल रही है।
विदर्भ क्षेत्र में किसानों और उनकी विधाओं के लिए काम करने वाले विदर्भ जन आंदोलन समिति किशोर तिवारी कहते हैं कि अर्पणा की जिंदगी बद से बदतर हो गई है। वह भले ही केबीसी में पहुंच गई हो, लेकिन आए दिन उसे उसके परिवारों के द्वारा तंग किया जा रहा है।
कई झूठे केस में उसे और उसके पिता को फंसा दिया गया। यदि ऐसे में वह आत्महत्या करती है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा। यह सिर्फ अर्पणा या कलावती की बात नहीं है बल्कि पूरे क्षेत्र की विधवाओं की ऐसी ही स्थिति है।
अर्पणा के पति संजय मलिकर वर्ष 2001 से कपास उगाकर अपने और अपने
भाईयों का परिवार पालते थे। नागपुर में रहने वाले भाई रधुनाथ, सुशील
और राजू को भी वह अपनी आय से हिस्सा देते थे। लेकिन वर्ष 2005 से जब
विदर्भ में फसल खराब होने लगी और कपास उद्योग चौपट होने लगा तो परिवार
के बुरे दिन शुरू हो गए। बैंक के कर्ज बढ़ने लगे।
विदर्भ में फसल खराब होने और अधिक कर्ज के कारण वर्ष 2009 में अर्पणा
के पति ने आत्महत्या का रास्ता अख्यितार किया था। जिसके बाद से पूरा
परिवार सड़क पर आ गया। विदर्भ में अर्पणा जैसी आठ हजार विधावाएं हैं,
जिनके पति ने आत्महत्या कर ली थी।
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