आज भी कई स्थानों पर कुष्ठरोगीयों को समाज से बहिष्कृत किया जाता है| इस स्थिति में यदि परिवार का मुखिया ही कुष्ठरोग से पीड़ित..
अन्ना हजारे, बाबा रामदेव एवं श्री श्री रविशंकर ०३ जून को करेंगे सरकार का विरोध?

नई दिल्ली। दिल्ली में शुक्रवार को आयोजिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में
बाबा रामदेव ने कहा कि 1 मई से मैं छत्तीसगढ़ और अन्ना हजारे
महाराष्ट्र से आंदोलन शुरू करेंगे। 3 जून को अन्ना और रामदेव एक दिन
का सांकेतिक अनशन पर बैठ, जन लोकपाल, भ्रस्टाचार और काले धन के
विरुद्ध बाबा रामदेव और अन्ना हजारे एक साथ आंदोलन चलाएंगे।
1 मई से अन्ना हजारे महाराष्ट्र के शिरडी से अपना आंदोलन शुरू करेंगे।
वहीं, बाबा रामदेव छत्तीसगढ़ के दुर्ग से। अन्ना ने कहा कि उनका
आंदोलन महाराष्ट्र के 35 जिलों में चलेगा। दोनों करीब महीने भर बाद 3
जून को दिल्ली में एक साथ एक दिन के सांकेतिक अनशन पर बैठेंगे। बाबा
रामदेव ने कहा कि अगस्त से आर-पार की लड़ाई होगी एवं अन्ना हजारे ने
कहा कि हम लोग 2014 तक जनता को जागरूक करते रहेंगे।
...

Share Your View via Facebook
top trend
-
श्री विवेकानंद महारोगी आरोग्य केन्द्रम्, राजमुंद्री
-
स्वदेशी के प्रखर वक्ता, राजीव भाई की स्मृतियाँ...
29 नवम्बर 2010 की मनहूस शाम को करीब 7:30 बजे किसी ने फ़ोन करके बताया कि राजीव भाई की तबियत ठीक नहीं है और उन्हें अस्पताल..
-
मुद्रा एक सरल और सह आध्यात्मिक उपाय - सुश्री तनुजा ठाकुर
समाज के 100% व्यक्ति को आज अनिष्ट शक्तियों (सूक्ष्म आसुरी शक्ति) द्वारा कष्ट है, ऐसे कष्ट के उपाय हेतु योग्य प्रकार से ..
-
सरकार ने उड़ाया मजाक, कहा शहरों में 965 रुपये और गांवों में 781 रुपये प्रति महीना खर्च करने वाला गरीब नहीं
योजना आयोग ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि खानपान पर शहरों में 965 रुपये और गांवों में 781 रुपये प्रति महीना खर्च करने वाल..
-
गोरखपुर में संघ की बैठक प्रारंभ, निशाने पर चीन
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी मण्डल की बैठक गोरखपुर में शुरू हो चुकी है। संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)