जन लोकपाल बिल पर सरकार को झुकाने वाले अन्ना हजारे पर अब कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने निशाना साधा है। पहली बार सांसद बने..
सांप्रदायिक एवं लक्षित हिंसा निवारण विधेयक : एक विध्वंसक प्रस्ताव
बहुसंख्यक समुदाय (हिन्दू) सदस्य को गिरफ्तार करने के लिए किसी
प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है | यदि अल्पसंख्यक समुदाय का कोई
व्यक्ति बहुसंख्यक समुदाय (हिन्दू) के सदस्य के विरुद्ध शिकायत दर्ज
करता है तो बहुसंख्यक समुदाय के सदस्य को यह सिद्ध करना होगा कि वह
निर्दोष है |
अत: यह सिद्धांत आपराधिक न्याय के उस मूल सिद्धांत के ठीक
विपरीत है जो यह कहता है कि कोई भी व्यक्ति उस समय तक अपराधी नहीं है
जब तक कि उसका अपराध सिद्ध नहीं हो जाता | इस बिल के अनुसार बहुसंख्यक
समुदाय का व्यक्ति तब तक दोषी है जब तक कि वह अपने ऊपर लगे आरोप को
गलत सिद्ध नहीं कर देता |
" यह विधेयक राज्य सरकार, की संवैधानिक और कार्यात्मक शक्तियों
में सीधा हस्तक्षेप है "
— सुश्री ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, प. बंगाल
" यह बिल असंवैधानिक है इसकी सोच विखंडनशील है, इसलिए इस बिल की कोई
जरुरत नहीं है " — श्री के. टी. थामस, न्यायाधीश, सर्वोच्च न्यायालय
(सुप्रीम कोर्ट)
" इस विधेयक की आड़ में केंद्र राज्य सरकार की सभी शक्तियों को छिनना
चाहती है "
— सुश्री जय ललिता, मुख्यमंत्री, तमिलनाडु
" यह बेवकूफाना बिल है, इसे वोट बैंक की राजनीति के तहत लाया जा रहा
है "
— सरदार जोगिन्दर सिंह, पूर्व प्रमुख, सी.बी.आई
IBTL
Share Your View via Facebook
top trend
-
'अन्ना का आंदोलन जनता के लिए खतरा, कुछ हजार की भीड़ से नहीं बन सकते जनता की आवाज' : शशि थरूर
-
वोटिंग मशीनों से छेड़छाड़ फ़िर उजागर - सात में से पाँच वोट हमेशा कांग्रेस को (?)
महाराष्ट्र के अर्धापुर नगर पंचायत चुनाव हेतु निर्वाचन अधिकारी द्वारा सभी राजनैतिक दलों को चुनाव प्रक्रिया एवं मतदान पद्धति..
-
भारतीय छात्रों को आकर्षित कर रही तिब्बत की संस्कृति
अपने पड़ोसी देशों की संस्कृति और खान-पान को जानने के उत्सुक रहने वाले भारतीयों को अब तिब्बत की संस्कृति आकर्षित कर रही है।..
-
छत्तीसगढ़: नक्सलियों की रईसी का राज खुला, उद्योगपतियों और ठेकेदारों के गठजोड़
बस्तर में नक्सलियों के साथ उद्योगपतियों और ठेकेदारों के गठजोड़ और जबरिया वसूली के माओवादियों का व्यापक तंत्र पहली बार बेपर..
-
शाही ईमाम बुखारी भगोड़ा घोषित, कोर्ट ने नया गैर जमानती वारंट जारी किया
मस्जिद के शाही ईमाम अहमद बुखारी के विरुद्ध एक आपराधिक मामले को रफादफा करने कि दिल्ली पुलिस कि याचिका खारिज करते हुए शहर ..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)