"मेरा विश्वास युवा शक्ति पर है। इन्ही में से मेरे कार्यकर्ता निकलेंगे, जो अपने पराक्रम से विश्व को बदल देंगे।"..
अल्पसंख्यक आरक्षण मुद्दे पर उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती देना निन्दनीय: स्वामी
नयी दिल्ली, जनता पार्टी प्रमुख सुब्रमण्यम स्वामी ने अन्य पिछड़ा
वर्ग (ओबीसी) कोटा में अल्पसंख्यकों के प्रस्तावित ४.५ प्रतिशत आरक्षण
को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा खारिज किए जाने के फैसले को
चुनौती देने के सरकार के कदम की आज निन्दा की।
स्वामी ने एक बयान में कहा, ‘‘मैं सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के लिए
प्रस्तावित कोटा को खारिज करने के आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के
फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में विशेष अनुमति याचिका दायर करने के
केंद्र सरकार के कदम की निन्दा करता हूं।’’
उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्गों के लिए कोटा केवल उन लोगों के लिए है
जो भारत में कभी शासक वर्ग में नहीं रहे, जबकि सरकार इसे ऐसे वर्गों
तक विस्तारित कर रही है जो सामाजिक रूप से कभी अक्षम नहीं रहे।
स्वामी ने अपने बयान में कहा, ‘‘गरीबी, इसलिए कोटा देने का आधार नहीं
हो सकती। इस कारण ब्राह्मण जो गरीब हैं, कोटा दिए जाने के योग्य नहीं
हो सकते। इसलिए, मुस्लिम और ईसाई भी नहीं क्योंकि वे सदियों तक शासक
वर्ग रहे हैं।’’
केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि अल्पसंख्यकों के सब
कोटा पर उच्च न्यायालय का आदेश केंद्र के लिए झटका नहीं है जिसने इसे
उच्चतम न्यायालय में चुनौती देने का फैसला किया है।
सरकार का प्रस्ताव अन्य पिछड़ा वर्ग के २७ प्रतिशत आरक्षण में से
अधिसूचित अल्पसंख्यक समूह के लिए ४.५ प्रतिशत सब कोटा स्थापित करने का
है।
न्यूज़ भारती
Share Your View via Facebook
top trend
-
स्वामी विवेकानंद का सफलता मंत्र देश के किशोरों के लिए
-
केजरीवाल के खिलाफ अनशन की तुरंत मिल गई इजाजत
नई दिल्ली जन लोकपाल बिल के समर्थन तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ टीम अन्ना ने जंतर मंतर से आवाज उठाने की इच्छा जताई तो दिल्ली पुल..
-
१३६ वें जन्म दिवस पर सरदार वल्लभ भाई पटेल को शत शत वंदन
सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म ३१ अक्तूबर वर्ष १८७५ को गुजरात के बोरसद तालुक के एक गाँव करमसद में हुआ था | वल्लभभाई के पिता ..
-
संयुक्त राष्ट्र से मिलेंगे दिल्ली मेट्रो को 6.3 लाख कार्बन क्रेडिट, यूएनओ ने की सराहना
नई दिल्ली राजधानी में मेट्रो के चलते आवोहवा में जो बदलाव आया इसकी संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएनओ) ने सराहना की है। दिल्ली जैसे..
-
वालमार्ट की पहली दुकान मैं फूकूंगी, इसका लाभ आम जनता को नहीं मिलेगा — उमा भारती
हमीरपुर भाजपा नेता उमा भारती ने केंद्र सरकार की आर्थिक उदारीकरण नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसका लाभ आम जनता को नहीं,..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)