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दिल नहीं बच्चों में अच्छा दिमाग चाहते हैं भारतीय मां-बाप
भारतीय मां-बाप के बारे में अभी तक जो भी धारणाएं थीं वो आज के बाद बदल जाएंगी। एक सर्वे के नतीजे बताते हैं कि भारतीय मां-बाप चाहते हैं कि उनके बच्चों के पास स्वस्थ्य दिल से ज्यादा दिमाग का तेज होना जरूरी है। यह सर्वे इप्सोस ने 24 देशों के अभिभावकों के बीच किया था। इनको एक लिस्ट दी गई थी, जिसमें इन्हें अपने बच्चों के लिए प्राथमिकताएं भरनी थीं। लिस्ट में 24 फीसदी भारतीयों ने बच्चे के मानसिक विकास को प्राथमिकता दी।
वहीं 20 फीसदी ने रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता को वरीयता पर रखा। स्वस्थ्य हृदय और भविष्य में रोगों की कम संभावनाओं को 13 फीसदी लोगों ने सूची में टॉप पर रखा। वहीं वैश्विक तौर पर 23 फीसदी अभिभावकों ने स्वस्थ्य हृदय को प्राथमिकता में रखा। चीन, जापान, सउदी अरब और दक्षिण कोरिया के अभिभावकों ने बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता को वरीयता दी।
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