अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के पीछे ‘‘विदेशी’’ हाथ की आशंका जताते हुए कांग्रेस ने आज अ..
यौन हिंसा करने व वेश्यावृत्ति के अपराध में कैथोलिक पादरी को सजा
रोम। यहां की एक अदालत ने एक कैथोलिक पादरी को साढ़े नौ साल की कैद
और 28 हजार यूरो का जुर्माना भरने की सजा सुनाई है। पादरी को
नाबालिगों के साथ यौन अपराध का दोषी पाया गया था।
खबरों के मुताबिक पश्चिमोत्तर शहर जिनोआ की एक अदालत ने रिकार्डो
सेपिया को नौ साल छह महीने व 20 दिन कैद की सजा सुनाई है। उस पर
28,000 यूरो का जुर्माना भी ठोका है। सेपिया को नाबालिगों के साथ यौन
हिंसा करने व वेश्यावृत्ति कराने और उन्हें कोकीन देने की कोशिश करने
के मामले में दोषी पाया गया है।
गौरतलब है कि पादरी को मई 2011 में गिरफ्तार किया गया था। उसे एक 16
वर्षीय लड़के के साथ यौन हिंसा करने व अन्य नाबालिगों संग यौन अपराध
करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
सेपिया की गिरफ्तारी के तुरंत बाद ही उसे वेटिकन ने पादरी के पद से
निलंबित कर दिया था। सेपिया ने सजा मिलने से पहले अपने गुनाहों के लिए
माफी मांगी थी।
Share Your View via Facebook
top trend
-
बौखलाई कांग्रेस कहती हैं की अन्ना इतनी बड़ी संख्या में लोगों को कैसे जुटा रहे हैं इसकी जांच हो
-
दिल्ली पुलिस ने अपनी पोल खुद ही खोल दी है कहा गृहमंत्री पी. चिदंबरम जी बड़े चिंतित हो उठे थे
सर्वोच्च न्यायालय के सामने दिल्ली पुलिस को कैसी सफेद झूठ बोलनी पड़ रही है। यह उसकी मजबूरी है। वह भी उसकी मजबूरी थी कि उसे ..
-
बंगाल में सांप्रदायिक हिंसा... मुस्लिम तुष्टीकरण एवं वामपंथी षड़यंत्र
हाल ही में बंगाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा के पीड़ित हिंदू परिवारों और इस हिंसा में वामपंथी और तृणमूल कांग्रेस की भूमिका..
-
गौरक्षादल ने पकड़ा गौ से भरा ट्रक, तस्करों को १० साल की सजा
गौरक्षादल ने आज एक ट्रक जो गौधन से भर के बुचडखाने जा रहा था राजपुरा में पकड़ा गौओं को गोशाला में उतार बुचड़ो के खिलाफ केस ..
-
अमरनाथ यात्रा रोकने के लिए सरकार ने की जम्मू में धारा १४४ लागू
अपने पूर्व निर्धारित एवं घोषित कार्यक्रम के अनुसार विश्व हिन्दू परिषद् ज्येष्ठ पूर्णिमा अर्थात आज ३ जून से अमरनाथ ..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)