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‘वैदेही आश्रम’ : निराश्रित बालिकाओं के संस्कारित भविष्य का केन्द्र
निराश्रितों के जीवन को संसकारित एवं सुरक्षित भविष्य मिलना बहुत
कठिन होता है| बालिकाओं के संदर्भ में तो यह समस्या और भी जटिल हो
जाती है| ऐसी निराश्रित बालिकाओं के लिए सेवा भारती ने हैदराबाद में
वैदेही आश्रम की स्थापना की है|
१९९३ में तीन बालिकाओं के साथ इस आश्रम का आरंभ हुआ| आज यहॉं १५०
लड़कियॉं रहती है| दो केअरटेकर उनका ध्यान रखती है| सरस्वती शिशु मंदिर
में इन लड़कियों के शिक्षा की व्यवस्था की गई है| ये लड़कियॉं पढ़ाई में
अपना अग्रस्थान कायम रखने के साथ ही नृत्य, गायन में भी सक्रिय रहती
है| इनका व्यवहार इतना सराहनीय होता है कि, आश्रम को भेट देने आए
अतिथि भी उनसे प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाते|
प्रात: साडे पॉंच बजे से इन लड़कियों का दिन आरंभ होता है| साडे छ: बजे
योगासन, व्यायाम के बाद, भोजन का डिब्बा लेकर वे शाला में जाती है|
शाला से आने के बाद सायंकाल तक खेल और रात ८ बजे रात का भोजन; फिर
पढ़ाई और शांति मंत्र के बाद विश्राम|
इन लड़कियों को मोमबत्ती, बॅग बनाना तथा लॅमिनेशन, सिलाई, एम्ब्रॉयडरी,
पेंटिंग का भी प्रशिक्षण दिया जाता है|
संपर्क :
वैदेही आश्रम
१७ - १ - ४७३/व्ही/३ और ४
कृष्णनगर, सैदाबाद
हैदराबाद - ५०० ०५९
फोन : ०४० - २४०७५५४४, २४६१००५६
ई मेल : [email protected]
वेब साईट : www.sevabharathi.org
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