पड़ोसी पाकिस्तान और चीन से मिल रही गंभीर चुनौतियों के बीच भारतीय सेना के लिए एक चिंता में डालने वाली खबर है। सेना ने ..
-
देसी रियासतों को भारत में मिलाने वाले लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को नमन
0सरदार वल्लभ भाई पटेल ने स्वतंत्रता संग्राम के प्रथम आन्दोलन में अपनी युवावस्था में मातृभूमि की सेवा में अपने को अर्पित कर दिया था। कहा जाता है कि घर वालों को बिना बताए वे तीन साल लापता रहे। उन्होंने झाँसी की महारानी लक्ष्मीबाई तथा नाना साहब घोड़..
-
बाघा जतिन के १४० वें जन्मदिवस पर शत् शत् नमन : राष्ट्र वंदना
बाघा जतिन ( ०७ दिसम्बर, १८७९ - १० सितम्बर , १९१५) जतींद्र नाथ मुखर्जी का जन्म जैसोर जिले में सन् १९७९ ईसवी में हुआ था। पाँच वर्ष की अल्पायु में ही उनके पिता का देहावसान हो गया। माँ ने बड़ी कठिनाई से उनका लालन-पालन किया। १८ वर्ष की आयु में उन्होंने..
-
बंगाली क्रांतिकारी दिनेश गुप्ता के जन्म दिवस पर शत शत नमन
दिनेश गुप्ता का जन्म ६ दिसंबर १९११ में ग्राम जोशोलोंग जिला मुंशीगंज (वर्तमान बंगलादेश) में हुआ। प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात स्नातक शिक्षा प्राप्त करने हेतु ढाका कॉलेज में प्रवेश लिया। वहीं दिनेश गुप्ता ने सन १९२८ में बंगाल क्रांतिकारी ..
top trend
-
भ्रष्टाचार के चलते सेना के हथियार खत्म? जखीरा इतना कम, चिंता की बात
-
स्वाभिमान यात्रा के दूसरे चरण में बाबा रामदेव ने केंद्र को फिर ललकारा
दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रशासनिक कहर झेलने के बाद भी योग गुरू बाबा रामदेव कालेधन को देश वापस लाने की बात पर अडिग हैं।..
-
बच्चे बेचने वाले गिरोह में कैथोलिक चर्च शामिल - BBC की खबर
Oct 19 2011 12:01:00 PM |BBC द्वारा स्पेन में बच्चे बेचने वाले एक गिरोह का पर्दाफ़ाश किया है। इस गिरोह में डॉक्टर, नर्स, पा..
-
सोशल मीडिया पर पहरे की शुरुआती योजना तैयार
नई दिल्ली, इंटरनेट और सोशल मीडिया पर पहरे की शुरुआती योजना तैयार हो गई है। सरकार ने फैसला किया है कि सोशल नेटवर्क और इंट..
-
रंगभरी एकादशी, श्री काशी विश्वनाथ जी द्वारा आशीर्वाद पाने का पर्व
फाल्गुन शुक्ल-एकादशी को रंगभरी एकादशी कहा जाता है | इस दिन बाबा विश्वनाथ का विशेष श्रृंगार होता है और काशी में होली का प..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-