राजनीतिक दलों पर पंचायतों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए चिंतक और राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के संस्थापक
जस्टिस आफ़ताब आलम को गुजरात दंगो की सुनवाई और गुजरात मामलो से अलग रखने की मांग

गुजरात उच्च न्यायलय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश तथा गुजरात के पूर्व
लोकायुक्त न्यायमूर्ति एस एम् सोनी ने भारत के मुख्य न्यायाधीश एस एच
कपाडिया को एक पत्र लिख कर 'सांप्रदायिक मनोवृत्ति' के न्यायमूर्ति
आफ़ताब आलम को गुजरात के मुकदमों से अलग रखने का निवेदन किया है।
In English : Remove Justice Aftab Alam from Gujarat cases : Justice
Soni
न्यायमूर्ति सोनी ने अनेकों प्रमाणों और उक्तियों का उल्लेख करते हुए
यह दिखाने का प्रयास किया है कि न्यायमूर्ति आलम सांप्रदायिक
मनोवृत्ति के शिकार हैं तथा मुख्य न्यायाधीश से यह निवेदन किया है कि
गुजरात से सम्बंधित सारे मामले किसी और बेंच को आवंटित कर दिए
जाएँ।
न्यायमूर्ति सोनी ने अपने 10 पृष्ठ के पत्र में यह निवेदन किया है कि
उनके इस पात्र को एक जनहित याचिका माना जाए तथा अनुरोध किया है कि
इसका निर्णय होने तक न्यायमूर्ति आलम की बेंच में चल रहे गुजरात
सम्बन्धी ऐसे सभी मुकदमों, जिनमे गुजरात सरकार को एक पक्ष बनाया गया
है, की सुनवाई को स्थगित रखी जाए।
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