विगत तीन चुनावों से गुजरात में बड़ी ही मजबूती से जमे हुए भारत के सबसे सफ़ल मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को वहाँ से उखाड़ने के लि..
आतंकी संगठन के पक्ष में आपत्तिजनक नारों से माहौल गरमाया : मेरठ
सोतीगंज में बवाल शुरू होते ही एक संप्रदाय के लोगों ने सड़कों पर
एक आतंकी संगठन के पक्ष में नारे लगाते हुए पूरा रास्ता रोक दिया। इस
तरह आतंकी संगठन के नारे लगाने की घटना पर व्यापारियों ने सवाल उठाया
और उसे अपनी सुरक्षा को खतरा बताया। दूसरी ओर पुलिस कार्रवाई करने की
जगह शब ए बारात की वजह से मामले में खानापूरी करती रही।
बकौल रणजीत सिंह शाम पांच बजे यूनुस की दुकान पर
बातचीत के दौरान बुल्लन, वहीद और लड्डू ने उन्हें धमकी देते हुए कहा
मकान और होटल छोड़कर भाग जाने और ऐसा नहीं करने पर गोलियों से भूनने की
धमकी दी।
इसके बाद सड़क पर एक आतंकी संगठन के पक्ष में नारे लगाए गए। वाहनों में
तोड़फोड़ करते हुए सड़क पर बवाल काटा गया। रणजीत सिंह और व्यापारियों ने
पूरी घटना आला अधिकारियों को बताई, जिसके बावजूद पुलिस ने कोई
गिरफ्तारी नहीं की। कई हिंदू संगठनों और व्यापार मंडल के सदस्यों ने
किसी भी आतंकी संगठन के जिंदाबाद के नारे लगाए जाने को शहर की सुरक्षा
को खतरा बताया। आरोप लगाया कि शहर में गुपचुप तरीके से आतंकी
गतिविधियों को अंदरखाने पनाह दी जा रही है और जानकारी के बावजूद पुलिस
कार्रवाई करने की जगह खानापूरी में लगी है। बुधवार शाम की घटना के बाद
भी पुलिस का हीला हवाली वाला रवैया जारी रहा। पहले थाने में और बाद
में कप्तान आवास पर बैठकों का दौर चलता रहा, लेकिन किसी भी आरोपी की
गिरफ्तारी का प्रयास नहीं किया गया।
घर में महिलाओं पर हुआ हमला : एसएसपी और सीओ मनीषा
सिंह से बातचीत के दौरान रणजीत सिंह की पत्नी राजेंद्र कौर ने बताया
कि सैकड़ों युवकों ने उनके घर पर हमला कर दिया और दरवाजा तोड़ने का
प्रयास किया। डर के मारे वह मकान की ऊपरी मंजिल पर जा चढ़े। चाकू,
हॉकी ,डंडों और तलवारों से लैस युवकों ने मकान में आग लगाने तक का
प्रयास किया, लेकिन इसी दौरान पुलिस पहुंच गई और उन्हें खदेड़ दिया।
परिवार की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए राजेंद्र कौर ने अधिकारियों की
कार्रवाई को नाकाफी बताया।
व्यापारियों ने रोड पर लगाया जाम : पुलिस ने शाम
करीब सात बजे मामला शांत करा दिया था और स्थिति काबू में थी। इसी
दौरान सिख समुदाय के कुछ व्यापारी जमा हुए और सिंह होटल पर हंगामा व
नारेबाजी शुरू कर दी। दोबारा से आक्रोश भड़क गया और लोगों ने नारेबाजी
शुरू करते हुए सड़क जाम कर दी। किसी तरह से व्यापारी नेताओं ने समझा
बुझाकर उन्हें शांत कराया और जाम खुलवाया। कप्तान से बातचीत के दौरान
व्यापारियों ने बताया कि बुल्लन के खिलाफ थाने में पूर्व में कई मामले
दर्ज हैं।
इन्होंने कहा... फ्रिज और वाटर
कूलर रिपेयरिंग को लेकर विवाद हुआ था। इसमें सिख समुदाय के लोगों ने
आठ लोगों को नामजद करते हुए 20-25 अज्ञात के लोगों के खिलाफ तहरीर दी
है। बवाल और तोड़फोड़ व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की
जाएगी। दूसरे पक्ष ने भी तहरीर दी है। कुछ लोग आतंकी संगठन के पक्ष
में नारेबाजी की बात कहकर माहौल को गरमाने का प्रयास कर रहे थे। इसे
बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
के.सत्यनारायण, एसएसपी मेरठ, जागरण संवाददाता, मेरठ
Share Your View via Facebook
top trend
-
नरेन्द्र मोदी से निपटने के दूसरे तरीके ढूँढ रही है कांग्रेस - सुरेश चिपलूनकर
-
भारत ने मिसाइल रक्षा कवच विकसित किया, अमेरिका, रूस और इजरायल के समूह में शामिल
नई दिल्ली। भारत ने मिसाइल रक्षा कवच [मिसाइल डिफेंस शील्ड] विकसित कर लिया है जिसे कम से कम दो शहरों को बचाने के लिए कम सम..
-
राहत शिविरों में पहुंचाये गये 20 गांवों के 7500 लोग
बारिश रूक जाने के बाद भी गंगा के पानी के स्तर में कमी नहीं आई है और यह खतरे के निशान से उपर बह रही है जिसके कारण आज सुबह..
-
कोक-पेप्सी से कैंसर : बाबा रामदेव के बाद अब अमेरिका ने माना, शोध में साबित हुआ
जहा भारत में एक लंबे समय से योग गुरु बाबा रामदेव कोक, पेप्सी को स्वास्थ्य के लिए खतरा बता रहे है और इसको “टॉयलेट क..
-
बाबा रामदेव का गांधी परिवार पर हमला, कांग्रेस का बहिष्कार करने की अपील
योग गुरु बाबा रामदेव ने पहली बार गांधी परिवार पर हमले का शुभारंभ करते हुए आज उत्तर प्रदेश में एक बैठक के दौरान मतदाताओं ..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)