आज भी कई स्थानों पर कुष्ठरोगीयों को समाज से बहिष्कृत किया जाता है| इस स्थिति में यदि परिवार का मुखिया ही कुष्ठरोग से पीड़ित..
तिरंगे को आग से बचाने वाले कर्मचारियों को भाजपा ने किया सम्मानित
मुंबई: महाराष्ट्र में राज्य सचिवालय में गुरूवार को लगी भीषण आग
में मंत्रालय के छत पर लहरा रहे राष्ट्रीय ध्वज को बचाने वाले
कर्मचारियों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई ने डॉं.
श्यामाप्रसाद मुखर्जी की ५९ पुण्यतिथि के अवसर पर सम्मानित किया
हैं।
भाजपा के पूर्व केन्द्रीय मंत्री राम नाईक, महाराष्ट्र विधान परिषद
विपक्ष नेता विनोद तावडे ने इन बहादुर कर्मचारियों का साल और
पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
इन कर्मचारियों का नाम क्रमश: राजेंद्र कानडे, सुरेश बारिया, गणेश
मुंज, प्रेमजी रोज, दीपक अडसूल, सुरेंद्र जाधव और पंडित पिंगले हैं।
इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता माधव भंडारी, अतुल शाह और
मुकुंदराव कुलकर्णी उपस्थित थें।
गौरतबल है कि गत गुरुवार को दोपहर 2.15 बजे सात
मंजिली मंत्रालय की इमारत के चौथी मंजिल में आग लग गई थी। जिसमें पांच
लोग मारे गए और १६ लोग घायल हो गए थे।
Share Your View via Facebook
top trend
-
श्री विवेकानंद महारोगी आरोग्य केन्द्रम्, राजमुंद्री
-
वेद, भारतीय दर्शन और संस्कृति का मूल आधार
वेद क्या हैं? भारतीय दर्शन और संस्कृति का मूल आधार, वेद हैं। सबको अपने में समाहित करने की हमारी प्रकृति और सबके लिए सदा ..
-
बाघा जतिन के १४० वें जन्मदिवस पर शत् शत् नमन : राष्ट्र वंदना
बाघा जतिन ( ०७ दिसम्बर, १८७९ - १० सितम्बर , १९१५) जतींद्र नाथ मुखर्जी का जन्म जैसोर जिले में सन् १९७९ ईसवी में हुआ था। पाँ..
-
राहुल बदलवाएंगे गरीबी रेखा का आधार? 32 रुपए की इस सीमा पर एतराज जताया
नई दिल्ली ।। शहरों में 32 रुपए रोज और गांवों में 26 रुपए रोज खर्च करने वालों को गरीबी रेखा से ऊपर बताने वाले योजना आयोग के..
-
विश्व में सिर्फ मुस्लिम समुदाय को ही समस्याएं क्यों?
विभाजन के बाद बचे कटे-छँटे भारत में भी सांप्रदायिक दंगों में सामुदायिक वाद-प्रतिवाद की वही कहानी है। दंगों की दबी-ढँकी..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)