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हम कराएँगे हिंदी में एमबीबीएस और इंजीनियरिंग की पढाई : शिवराज सिंह चौहान

मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में एम बी बी एस और इंजीनियरिंग जैसे
व्यावसायिक विषयों की पढाई हिंदी में कराने का अभूतपूर्व निर्णय लिया
है। सरकार के इस ऐतिहासिक निर्णय की घोषणा स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज
सिंह चौहान ने राज्य के उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में
की।
In Eng : We will provide quality Professional education in
Hindi
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि "प्रदेश के मेधावी युवा केवल
अंग्रेजी न जानने के कारण पीछे रह जाते हैं। लेकिन अब हम एम बी बी एस,
इंजीनियरिंग तथा अन्य व्यावसायिक विषयों की पढाई हिंदी में करवाएंगे।
चीन और जापान जैसे देश अपने छात्रों को संपूर्ण शिक्षा सदा से उनकी
मातृभाषा में देते आये हैं, जब उन देशों के युवा किसी से कम नहीं, तो
भला हमारे युवा भला कैसे पीछे छूट जायेंगे ? हमें विश्वास है कि हिंदी
में डिग्री ले कर प्रदेश के युवा भी देश-दुनिया में भारत का नाम रोशन
करेंगे।"
मुख्यमंत्री ने ये बातें उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में कही।
उन्होंने अधिकारीयों को निर्देश दिए कि हिंदी विश्वविद्यालय की
स्थापना के कार्य में तेज़ी लायी जाए। उन्होंने कहा की हम किसी भाषा का
विरोध नहीं कर रहे, परन्तु केवल कोई भाषा न जाने के कारण कोई बच्चा
आगे न बढ़ पाए, यह चिंतनीय बात है। हम चाहते हैं की हिंदी भाषा
विश्वविद्यालयी शिक्षा में क्रांति की अग्रदूत बनकर उभरे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रस्तावित विश्वविद्यालय के लिए भोपाल से १५
किलोमीटर दूर रायसेन के गाँव खुर्द में भूमि का चयन कर लिया गया है और
इस में कुलपति की नियुक्ति के लिए प्रस्ताव भी राज्यपाल को भेज दिया
गया है।
यहाँ उल्लेखनीय है की स्वामी रामदेव भी पिछले कई वर्षों से व्यावसायिक शिक्षा
हिंदी में देने की व्यवस्था करने ले लिए संघर्ष कर रहे हैं।
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