बलूचिस्तान को लेकर पाकिस्तान की जबर्दस्त फजीहत हो रही है। अमेरिका की संसद (प्रतिनिधि सदन) में कुछ महत्वपूर्ण सांसदों ने ..
राहुल का ड्रामा : लिस्ट में सपा के वायदे नहीं मंच पर उपस्तिथ कांग्रेस के नेताओं के नाम थे
उत्तर प्रदेश चुनाव प्रचार-प्रसार के लिए निकले कांग्रेसी युवराज
राहुल गांधी का लखनऊ की एक सभा में समाजवादी पार्टी के वायदों की
लिस्ट फाड़ देना का गुस्सा नहीं बल्कि महज एक ड्रामा था। इस सियासी
ड्रामे की सच्चाई उस वक्त जनता के सामने आई जब राहुल द्वारा फाड़े गए
पर्चे पर समाजवादी पार्टी द्वारा किये गए वायदे नहीं अपितु मंच पर
मौजूद कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के नाम लिखे मिले। गौर करने वाली बात
यह भी है की राहुल के पास मंच पर समाजवादी पार्टी द्वारा किये गए
वायदे की लिस्ट आई कहाँ से ?
लिस्ट में सभी नाम इसी क्रम से अंग्रेजी अक्षरों में लिखे हुए थे ...
१. मोती लाल वोरा जी
२. रीता बहुगुणा जी
३. आरपीएन सिंह जी
४. राशिद मसूद
५. जगदंबिका पाल
६. अरुण कुमार-संजय मिश्रा
७. श्याम किशोर शुक्ला
८. नीरज बोरा
९. फकीर सिद्दकी
१०. रमेश श्रीवास्तव
११. गौरव चौधरी
१२. आखिरी नाम साफ नहीं है...
...
Share Your View via Facebook
top trend
-
बलूचिस्तान बने स्वतंत्र, संप्रभु राष्ट्र : डॉ. वेदप्रताप वैदिक
-
डॉ. पटवर्धन स्मृति रुग्णालय, पनवेल
आज महंगाई के समय में सामान्य लोगों को भी, अत्याधिक शुल्क के कारण आधुनिक आरोग्य सुविधाओं का लाभ लेना असंभव सा हुआ है| इस स्..
-
अपराजेय अयोध्या : अयोध्या एक यात्रा
अयोध्या अपने शाब्दिक अर्थ के अनुसार यह अपराजित है.. यह नगर अपने २२०० वर्षों के इतिहास मे अनेकों युद्धों व संघर्षो का प्र..
-
मेरे शरीर पर पडी़ लाठी की प्रत्येक चोट अंग्रेजी साम्राज्य के कफन की कील का काम करेगी
भारतीय संस्कृति के सच्चे उपासक लाला लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी, 1865 को पंजाब के फरीदकोट में हुआ था। पिता लाला राधाकृष्ण अ..
-
केजरीवाल को जूता मारने से वोट नहीं मिलेगा राहुल गांधी : बाबा रामदेव
मंगलवार शाम अन्ना के अर्जुन अरविंद केजरीवाल पर लखनऊ में हुए हमले की निंदा करते हुए योग गुरू बाबा रामदेव ने कांग्रेस और राह..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)