क्या ‘भगवा आतंक’ हिंदुओं एवं मुस्लिमों को राजनीतिक रूप से समान करने का एक उन्मादी प्रयास है? जिसके लिय..
अविकसित क्षेत्रों में अधिकतर शिक्षा सुविधाओं का अभाव रहता है| इस असुविधा का सर्वाधिक विपरित परिणाम लड़कियों पर होता है| पिछड़े वर्ग की अधिकतर महिलाएँ काम के लिए घर से बाहर जाती है| इस कारण परिवार में की लड़कियॉं थोडी बड़ी होते ही घर के काफी काम सम्हालती है; या परिवार के उपजीविका के कामों में लग जाती है| इस स्थिति में प्राय: इन लड़कियों के लिए शिक्षा प्राथमिकता का विषय नहीं होता; अत: इन लड़कियों को पढ़ाने के लिए खर्च करना या उन्हें पढ़ाने के लिए प्रयास करना भी बहुत कम होता है| यह स्थिति ध्यान में रखकर भाऊराव देवरस सेवा न्यास, भोपाल ने रायसेन के पास सांची मार्ग पर रानी दुर्गावती अनुसूचित जनजाति बालिका छात्रावास शुरू किया है|
जिन प्रतिभावान, होनहार छात्राओं को पढ़ाई की सुविधाएँ उपलब्ध नहीं होती, उन्हें छात्रावास में प्रवेश दिया जाता है| इसके लिए प्रवेश परीक्षा ली जाती है| पढ़ाई का माध्यम हिंदी है| नियमित अभ्यास के साथ वैदिक गणित और अंग्रेजी संभाषण वर्ग भी चलाए जाते है|
छात्रावास की शिक्षिकाएँ छात्राओं के मानसिक एवं शारीरिक विकास का ध्यान रखती है| इसके लिए खेलों के साथ चित्रकला, हस्तकला, नृत्य-गायन, योग और व्यायाम पर ध्यान दिया जाता है|
आज कम्युटर की शिक्षा आवश्यक हो गई है, इस बात का ध्यान रखकर छात्रावास मे कम्प्युटर लॅब स्थापित की गई है| यहॉं कम्प्युटर के विविध रोजगारोन्मुख अभ्यासक्रम चलाए जाते है| साथ विज्ञान की पढ़ाई के लिए प्रयोगशाला, और सामान्य ज्ञान तथा साहित्य की जानकारी देने के लिए ग्रंथालय भी है|
छात्राओं कीभोजन व्यवस्था के लिए स्वच्छ भोजनकक्ष है| रोज का भोजन सामान्य लेकिन पौष्टिक रहे, इसका ध्यान रखा जाता है|
संपर्क
रानी दुर्गावती अनुसूचित जनजाति बालिका छात्रावास
गोपालपुरा, रायसेन
मध्य प्रदेश (भारत)
संबंधित व्यक्ति
कैलाश चौधरी : ९९२६३७८३५१
नीलेश चतुर्वेदी : ९५८९५६८३८४
कैसे पहुँचे
हवाई मार्ग : समीपवर्ती हवाई अड्डा भोपाल| ५० किलोमीटर दूर|
रेल मार्ग : समीपवर्ती रेल स्थानक भोपाल| ४३ किलोमीटर दूर|
सड़क मार्ग : रायसेन बस स्थानक मध्य प्रदेश के सब क्षेत्रों से
जुड़ा|
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