श्री राहुल गाँधी जी मैं आपसे निवेदन करता हूँ कि आप देश के बड़े राज (?) परिवार से संबंध रखते हैं परन्तु आपके भाषणों से समृ..

दिल्ली विश्वविद्यालय के समीप का बहुत पुराना और प्रसिद्ध चौक है
- किंग्स्वे कॅम्प| चौक के बाई ओर विजयनगर तो दाहिनी ओर निरंकारी
कॉलनी की ओर से जानेवाला कच्चा रास्ता छाटी-छोटी गलियों से गुजरता है|
यहीं इलाका है - मुंशी राम कॉलनी| यह भाग छात्रसाल जिले में आता है|
इसी भाग में है सेवा भारती का केन्द्र| इसके उत्तर के भाग में
मुंशीराम डेअरी, इंदिरा विकास, धीरपुर, ढक्का, गोपालपुर, नेहरु विहार,
योगराज कॉलनी आदि बस्तियॉं है| यहॉं के लोगों की आर्थिक स्थिती अत्यंत
दयनीय है| बच्चों की शिक्षा, अपना और परिवार का आरोग्य सम्हालने की
क्षमता उनमें नहीं| इस स्थिती का विचार कर सेवा भारती ने उनकी सहायता
के लिये मदद का हाथ बढाया है| उनके लिये शिक्षा और आरोग्य केन्द्र
शुरू किया है|
इन प्रकल्पों में करीब तीन सौं विद्यार्थी पढ़ते है और आरोग्य केन्द्र
में रोज पचास-साठ रुग्ण आते है| इस आरोग्य केन्द्र का काम डॉ.
हेडगेवार औषधालय के अंतर्गत चलता है| यह केन्द्र विविध आधुनिक उपकरणों
से सुसज्ज है| यहॉं केवल औषधोपचार ही नहीं किया जाता, योगाभ्यास तथा
व्यायाम का भी अभ्यास कराया जाता है| इस केन्द्र के विविध उपकरणों में
सेलोजनम मशीन, सरवाईकल, पेट और कमर की चरबी घटानेवाली, पीठ का दर्द कम
करनेवाली मशीन, वॉकर, कंधे का व्हील, व्हायब्रेेटर आदि भी है| इस
केन्द्र को आधुनिक जीम भी कहा जा सकता है|
हर माह एक या दो आरोग्य शिबिर होते ही है| इनमें मधुमेह, दंतचिकित्सा,
स्त्री रोग, बाल रोग, नेत्र जांच आदि का समावेश रहता है| यहॉं आखों पर
शस्त्रक्रिया भी की जाती है| इन सुविधाओं का लाभ लेने के लिये लोग दूर
दूर से आते है|
आरोग्य सेवाओं की सुविधा के साथ इस केन्द्र में बालवाडी, बाल संस्कार
केन्द्र, मार्गदर्शन वर्ग भी लिये जाते है| टाईम्स ग्रुप की सहायता से
दसवी तक के विद्यार्थियों के लिये दिल्ली विश्वविद्यालय के
विद्यार्थी नि:शुल्क मार्गदर्शन वर्ग चलाते है| सृजन पब्लिक स्कूल
जैसी संस्था यहॉं के विद्यार्थियों को समय समय पर ड्रॉईंग-क्राफ्ट का
साहित्य देते रहते है| इन शालाओं की शिक्षिकाएँ भी सेवाभाव से पढ़ाने
का काम करती है|
बाल केन्द्र के एक भूतपूर्व विद्यार्थी सुरेश ने आज इस बस्ती में एक
कम्प्युटर केन्द्र शुरू किया है| इस प्रकार आज यहॉं शिक्षा के साथ
सिलाई, कम्प्युटर प्रशिक्षण की सुविधा भी उपलब्ध है| कई लोग सेवा
कार्य में सहायता देने के लिये आगे आ रहे है| सेवा भारती के निस्वार्थ
कार्यकर्ताओं ने यहॉं के लोगों के जीवन को सुंदर स्वरूप दिया है|
संपर्क :
बस्ती विकास केन्द्र
मुंशीराम कॉलनी
मुखजीं नगर के समीप
दिल्ली - ११०००९
दूरभाष : (०११) २३३४५०१४, २३७४२३३६
फॅक्स : (०११) २३३४५९१८
Share Your View via Facebook
top trend
-
एक उत्तर प्रदेश के भारतीय का खुला पत्र राहुल गाँधी के नाम
-
नरेन्द्र मोदी से भयभीत है पाकिस्तान...
भारतीय उपखंड में इन दिनों गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की तूती बोल रही है। भारत में सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस ही ..
-
अग्निवेश का अन्ना को जवाब: नहीं हूं भेदिया, किरण बेदी के कहने पर करा रहा था मध्यस्थता
नई दिल्ली. स्वामी अग्निवेश ने कहा है कि वह टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी के कहने पर ही सरकार से मध्&zwj..
-
अन्ना का जनलोकपाल देश के लिए खतरनाक, 10 घंटे चली चर्चा
अन्ना के जनलोकपाल बिल को देश की जनता ने भले ही हाथों हाथ लिया पर विधि-संविधान विशेषज्ञों को बिल में तमाम खामियां नजर आ रही..
-
कश्मीर में 22 वर्षों बाद खुला प्राचीन माता कात्यायनी मंदिर...
२२ वर्षों पश्चात कश्मीर के गाँव ककरण, जिला कुलगाम में ऑल पार्टीज माइग्रेंटस कोऑर्डिनेशन कमिटी द्वारा माँ कात्यायनी के प्..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)