गुलामी नए रूप में : आज चारों ओर घन अन्धकार है एक समाज नहीं एक देश नहीं समुची मानवता एवं समूची प्रकृति के ..

भारत में करीब देड करोड नेत्रहीन है| योग्य प्रशिक्षण और शिक्षा
देने पर ये नेत्रहीन कई काम कर सकते है; यह बात ध्यान में रखकर
सेवाभारती का मनोनेत्र प्रकल्प काम कर रहा है|
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता श्री सूर्यनारायण राव जी ने
हैदराबाद में २००१ में इसकी स्थापना की| यहॉं नेत्रहीनों के लिए
आवश्यक सुविधाओं से परिपूर्ण एक ऑडिओ (श्राव्य) ग्रंथालय है|
छात्रावास और सेवाभारती के कार्यालय में नेत्रहीनों को आवश्यक
वैद्यकीय सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाती है| करीब २५० अंध छात्र इसका लाभ
लेते है|
वारंगल और नालगोंडा इन दो शहरों में मनोनेत्र का काम चल रहा है और
इसके अन्यत्र विस्तार की योजना है| नलगौंडा में एक नेत्रहीन द्वारा,
नेत्रहीनों के लिए शाला चलाई जाती है, सेवाभारती यह शाला चलाने में
सहयोग देती है|
निझामाबाद में नेत्रहीनों के लिए आयोजित समुपदेशन कार्यक्रम का भी
अच्छा परिणाम सामने आया है| इस कार्यक्रम में आरोग्य एवं व्यक्तित्व
विकास से संबंधित उपक्रमों के अलावा श्लोक पठन भी रखा गया था|
अब तक...
इस प्रकल्प के अंतर्गत १०० बच्चों को २९० श्राव्य पुस्तकें दी गई है
और ५० के लिए परीक्षा में लेखनिक की सुविधा की गई है| १० से लेकर
पदवी, और स्पर्धा परीक्षा के लिए भी नेत्रहीन विद्यार्थिंयों को
सहायता दी जाती है|
आप भी सहायता कर सकते है
कार्यकर्ता बनकर, नेत्रहीनों के लिए कॅसेट रेकॉर्ड करके, नेत्रदान और
इस संदेश का प्रचार कर, आप भी इस काम में सहायता कर सकते है|
भारत के देड करोड नेत्रहीनों में २६ प्रतिशत बच्चें हैं| इन बच्चों की
पुतलियॉं काम नहीं करती| नेत्रदान बहुत कम संख्या में होने के कारण
प्रतिवर्ष केवल दस हजार नेत्ररुग्णों पर नेत्ररोपण हो पाता है|
नेत्रदान की संख्या बढ़ने पर, पुतलियों के विकार से पीडित अनेक
नेत्रहीनों को रोशनी मिल सकेगी|
सेवाभारती, अखिल भारतीय दृष्टिहीन कल्याण संघ से संलंग्नित संस्था है,
और यह संघ भारत विकास परिषद के साथ मिलकर अपंगों को कृत्रिम अंग
वितरित करता है| इस संस्था के पास सुसज्ज ध्वनि ग्रंथालय, लेखक क्लब,
और नेत्रहीनों के लिए पाठ (अभ्यास) ध्वनिमुद्रित करने के लिए
कार्यकर्ता है|
संपर्क :
सेवाभारती, पश्चिम आंध्र प्रदेश
३ - २ - १०६, निंबोलिड्डा,
हैदराबाद, ५०० ०२७ (भारत)
फोन : ९१ - ०४० - ४६१००५६
इ-मेल : [email protected]
कैसे पहुँचे
हवाई मार्ग : हैद्राबाद, राजीव गांधी आंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा; विदेश
के अनेक प्रमुख शहरों से जुड़ा|
रेल मार्ग : सिकंदराबाद, हैद्राबाद से जुडा शहर| मुख्य रेल स्थानक और
दक्षिण रेल विभाग का मुख्यालय|
सड़क मार्ग : हैद्राबाद से आंध्र प्रदेश के सब शहरों और पड़ोसी राज्यों
के लिए भी बस सेवा उपलब्ध|
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