घटना उन दिनों की है जब भारत पर चंद्रगुप्त मौर्य का शासन था और आचार्य चाणक्य यहाँ के महामंत्री थे और चन्द्रगुप्त के गुरु भी..
जानवरों को क़त्ल कर, मांस बढाने के अनाज खिलाते है, इसी भोजन की कमी से लाखों लोग भूख से मरते हैं

....... राजीव दीक्षित बताते है की अगर दुनिया मांस खाना बंद कर दे
तो इस दुनिया में इतना अनाज पैदा हो रहा है की वो सारी दुनिया के एक
एक व्यक्ति का तो पेट भर ही देगा इसके बराबर की दूसरी दुनिया और पैदा
हो जाये तो भी सबका पेट भर देगा | सारी दुनिया में अभी ६५० करोड़ लोग
है अगर मांस खाना दुनिया में बंद हो जाये और मांस उद्योग
पर ताला लग जाये तो जितना अनाज आज पैदा हो रहा है ये १३०० करोड़ लोगो
के लिए परियाप्त हो जायेगा |
जानवरों को क़त्ल करने से पहले इनके शरीर में मांस बढाने के लिए वह
जानवरों को अनाज खिलाते है | मांस उत्पादन करने वाली कंपनिया जानवरों
को मनुष्य का भोजन करवाती है और वही भोजन की कमी हजारो लाखों लोगों को
भूख से मार देती है | भारत जैसे देशो में कुल उत्पादित अनाज का ४०%
जानवरों को खिलाया जाता है और अमेरिका जैसे देशो में ७०% खिलाया जाता
है |
मतलब दुनिया औसतन आधा अनाज जानवरों को खिलाकर उनको मोटा बनाकर फिर
उनका मांस कुछ लोग खाते है, इससे अच्छा सीधा लोग अनाज ही खाएं तो कोई
भूखा नही रहेगा |
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# भारत में विदेशी कंपनियों द्वारा की जा रही लूट : राजीव
दीक्षित (भाग ०१)
# क्या विदेशी कंपनियों के आने से पूंजी आती है : राजीव दीक्षित
(भाग ०२)
# क्या विदेशी कंपनियों के आने से भारत का निर्यात बढ़ता है :
राजीव दीक्षित (भाग ०३)
# क्या विदेशी कंपनियों के आने से आजीविका मिलती है, गरीबी कम
होती है? (भाग ०४)
अन्य लेखों के लिए राजीव भारत खंड पढ़ें
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