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केरल में स्वयंसेवकों को गणतंत्र दिवस पथ सञ्चलन निकालने पर किया गिरफ्तार

एक दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम में, केरला के गुरुवयूर में पुलिस ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सैकड़ों स्वयंसेवकों को उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वे 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में एक पथ सञ्चलन निकाल रहे थे | इस विशाल पथ सञ्चलन का आयोजन १९६३ में रा. स्व. संघ द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु के निमंत्रण पर गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने के ऐतिहासिक क्षण के ५० वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में किया गया था | पुलिस ने स्वयंसेवकों द्वारा संचलन में फहराए गए राष्ट्र ध्वज तिरंगे को भी ज़ब्त कर लिया |
In English > Swayamsewaks arrested in Kerala for taking out Republic Day Procession
यह उल्लेखनीय है कि १९६२ के भारत-चीन युद्ध में संघ द्वारा किये गए राष्ट्रभक्ति के कार्यों से प्रभावित होकर पंडित नेहरु ने स्वयं संघ को १९६३ कि परेड में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था | संघ ने देश के अनेक अन्यान्य संगठनों के साथ उस परेड में भाग लिया था | जब कुछ लोगों ने संघ को बुलाये जाने पर आपत्ति की, तो पंडित नेहरु ने कहा, "मैंने सभी देशभक्तों को परेड में भाग लेने के लिए बुलाया है|" उस के बाद भी वर्ष १९६५ और १९७१ कि लड़ियों में संघ के स्वयंसेवकों ने निस्वार्थ भाव से काम किया | आवश्यकता पड़ने पर रक्त देने वालों में भी संघ के स्वयंसेवक सदा आगे रहते थे |
उल्लेखनीय है कि संघ द्वारा इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए पुलिस से औपचारिक रूप से अनुमति मांगी गयी थी जिसे पुलिस ने बिना कोई कारण बताये रद्द कार दिया | सामान्यतया राष्ट्रीय पर्वों पैर इस प्रकार के आयोजनों के लिए किसी प्रकार कि अनुमति कि आवश्यकता होनी भी नहीं चाहिए | पुलिस ने स्वयंसेवको द्वारा फहराए गए राष्ट्र ध्वज का भी अपमान किया | केरला के कई समाचार-पत्रों ने इस खबर को छापा है |
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