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सरकार से निर्णायक जंग लड़ेंगे अन्ना-बाबा : अगस्त क्रांति की घोषणा
पुणे। भ्रष्टाचार खत्म करने व कालाधन वापस लाने की मांग पर समाज
सेवी अन्ना हजारे और योग गुरु बाबा रामदेव 9 अगस्त से केंद्र सरकार के
साथ निर्णायक जंग का आगाज करेंगे। केंद्र की संप्रग सरकार पर निशाना
साधते हुए दोनों ने एक मंच से दिल्ली में आंदोलन की बात कही। अन्ना और
उनकी टीम 25 जुलाई से जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन विरोध पर बैठेगी।
वहीं, बाबा रामदेव और उनके सहयोगी 9 अगस्त से रामलीला मैदान में
आंदोलन शुरू करेंगे।
हजारे ने कहा कि हम सशक्त लोकपाल और कालेधन की वापसी की मांग कर रहे
हैं, लेकिन सरकार हमारी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने आशंका
जताई कि सरकार के कुछ अपने लोगों ने भी विदेशों में कालाधन जमा कर रखा
होगा। बाबा रामदेव ने कहा कि देश की जनता पिछले कई साल से कालेधन की
वापसी और मजबूत लोकपाल की बाट देख रही है, लेकिन सरकार उन्हें धोखा दे
रही है।
हजारे ने कहा कि अपने ऊपर लगने वाले आरोपों को सरकार हर बार झूठा
बताती आई है, लेकिन जब कोई स्वतंत्र जांच कमेटी नहीं बनाई जाती, तो सच
सामने कैसे आएगा?
अन्ना ने कहा कि जब यह स्थायी समिति को भेजा गया था, तब जनता से धोखा
हुआ और जब सदन में पेश किया गया, तो हमारे साथ छल हुआ। अन्ना ने कहा
कि इस बार मांगें पूरी होने तक आंदोलन चलता रहेगा। अगस्त क्रांति के
दिन शुरू हो रहे इस आंदोलन का उद्देश्य प्रणाली में बदलाव लाना
है।
चुनाव की बात पर नहीं दिया स्पष्ट जवाब : जब बाबा रामदेव से चुनावों
के बाबत सवाल किए गए तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। उन्होंने
कहा कि वर्तमान आंदोलन का चुनाव से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा
कि चुनाव तो 2014 से पहले भी हो सकते हैं। वहीं, दूसरी ओर केंद्रीय
कानून मंत्री सलमान खुर्शीद से पुणे के एक गांव में 23 जून को मिलने
की बात पर अन्ना ने कहा कि सही समय आने पर उन बातों को सार्वजनिक किया
जाएगा।
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