कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव तथा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की बयानबाजी से नाराज कांग्रेस की प्रदेश इ..
सुप्रीमकोर्ट ने हज सब्सिडी पर लगाई रोक, केंद्र की नीति की आलोचना
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को हज यात्रियों को सब्सिडी देने की
केंद्र की नीति की आलोचना करते हुए इस पर रोक लगा दी। सुप्रीम कोर्ट
ने अपने आदेश में कहा कि हमारा मानना है कि हज यात्रियों को सब्सिडी
देने की नीति को खत्म कर देना चाहिए।
ज्ञातव्य है कि केंद्र सरकार हज कमेटी के जरिए हज पर जाने वाले
हाजियों के यात्रा किराए में सब्सिडी देती है। हज पर सऊदी अरब जाने
वाले हाजियों को दोनों ओर की यात्रा के लिए कुल 16 हजार रुपए चुकाने
पड़ते हैं। शेष किराया सरकार अदा करती है।
गत वर्ष, भारत सरकार ने 770 करोड़ रुपये हज यात्रा, हवाई टिकट एवं
रहने की व्यवस्था पर खर्च किये थे, इस वर्ष 200 रुपये का एक
प्रोसेसिंग शुल्क प्रत्येक आवेदन के लिए लिया जाएगा।
# हज पर सब्सिडी समाप्त करने पर विचार, गत वर्ष 770 करोड़ किये
खर्च
# हज
के बाद अब येरुशलम पर सब्सिडी, अल्पसंख्यक वोट के लिए धन लुटा रही
सरकार
Share Your View via Facebook
top trend
-
दिग्विजय के बयानों से नाराज नेता ने कांग्रेस छोड़ी, कहा दिग्विजय ने प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए पूरे राज्य को बर्बाद किया
-
नक्सलियों के समान व्यवहार कर रही है टीम अन्ना - डा. सुब्रमण्यम स्वामी
जनता पार्टी अध्यक्ष डा. सुब्रमण्यम स्वामी ने गुरुवार को कहा कि टीम अन्ना नक्सलियों की तरह व्यवहार कर रही है। उन्होंने कह..
-
मेरी शिक्षा मातृभाषा में हुई, इसलिए ऊँचा वैज्ञानिक बन सका - अब्दुल कलाम
उच्च तकनीकी क्षेत्र जैसे उपग्रह निर्माण जिसे उच्च तकनीक कहा जाता जो बहुत कठिन एवं क्लिष्ट तकनीक होती है, उसमें आज तक कोई..
-
मामला अभी ख़त्म नहीं हुआ, चिदम्बरम साहब
प्रणब मुखर्जी ने चिदम्बरम से हाथ तो मिला लिया पर दिल नहीं। प्रणब मुखर्जी से बवाली नोट प्रधानमंत्री कार्यालय ने बनवाया था औ..
-
प्रधानमंत्री ८४ दंगा पीड़ितों के लिए न्याय प्रदान करने में विफल रहे : रामदेव
कपूरथला में पतंजलि योग पीठ के तत्वावधान में आयोजित एक समारोह के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए योग गुरू बाबा रामदेव..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)