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होली पर खून की होली खेलना चाहते थे ये भारतीय आतंकवादी
दिल्ली पुलिस ने दो भारतीय नागरिकों को दिल्ली में होली के आस-पास
बम विस्फोट करने के षड़यंत्र के आरोप में बंदी बनाया है | सूत्रों के
अनुसार उनका नाम एह्तेसान और शफाकत है | इन में से एक को दक्षिणी
दिल्ली के तुगलकाबाद एक्सटेंशन से बंदी बनाया गया और दूसरे को झारखण्ड
के हजारीबाग से | ये दोनों २०-२५ वर्ष के भारतीय मुस्लिम युवक हैं
|
इससे पहले दिवाली पर बम्ब विस्फोट करने के षड़यंत्र में भी आतंकवादी
बंदी बनाये गए थे | दिल्ली पुलिस के चीफ बी के गुप्ता ने बताया के
उनके पास से गंभीर दस्तावेज मिले हैं | उनके आतंकवादी संगठन के और
लोगो को बंदी बनाने के लिए पुलिस का अभियान जारी है | उनके पास से
मिले सामान में एक फ्लैश ड्राइव, एक गुप्त संदेशों की सूची, सल्फर एवं
नाईट्रेट के विस्फोटक आदि भी मिले हैं | फ्लैश ड्राइव में कथित रूप से
विस्फोटक बनाने एवं ओसामा बिन लादेन की तरह ऑटोमैटिक रायफल चलाने के
छायाचित्र एवं चलचित्र हैं |
गृहमंत्री चिदंबरम ने कहा है कि ये दोनों भीड़ वाली जगह पर विस्फोट
करना चाहते थे | दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा के अधिकारी के अनुसार इन
दोनों में से एक गत वर्ष दिसंबर में पाकिस्तान गया था आधुनिक
शास्त्रों के चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त कर के आया है |
आईबीटीएल विचार: भारत में जन्मे, भारतीय माता पिता
की संतान जो भारत में ही बड़े हुए, भारत में ही पढ़े लिखे, इस के बाद भी
भारत का ही विध्वंस करने के लिए पाकिस्तान जा कर प्रशिक्षण प्राप्त
करने वाले ये नवयुवक एक बड़ा प्रश्न-चिह्न हैं | और ये कोई कश्मीरी
मुस्लिम भी नहीं है, झारखण्ड जैसे भारत के मध्य भाग के निवासी हैं |
ऐसे में यह पता करना आवश्यक है कि ऐसे कृत्य करने के लिए उन्हें
प्रेरणा कहाँ से मिलती है अथवा ऐसी विचारधारा भारत के युवकों में कहाँ
से प्रसारित हो रही है | उस विचारधारा के स्रोत को बंद करने की
आवश्यकता है अन्यथा अब पाकिस्तान से आतंकी आने की आवश्यकता नहीं रहेगी
| भारत में ही पल बढ़ कर भारत को ही डसने वाले आतंकी निकलते रहेंगे
| ऐसी स्थिति बने उससे पहले ही उस विचारधारा का समूल नाश करने
की आवश्यकता है |
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