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संसद सत्र न चलने तक वेतन-भत्ते पर रोक लगना चाहिए : युवा सांसद वरुण एवं अनुराग
लगातार छह दिनों से संसद न चल पाने की खीझ में भाजपा के युवा सांसद
वरुण गांधी ने काम नहीं तो दाम नहीं का फार्मूला लागू करने का सुझाव
देकर नई बहस छेड़ दी है।
बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद व पार्टी के युवा
मोर्चे के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को पत्र
भेजकर अनुरोध किया है कि संसद सत्र न चलने की स्थिति में वह अपना वेतन
एवं भत्ता नहीं लेंगे। "ठाकुर ने केन्द्र सरकार के अड़ियल रवैये के
कारण सदन न चलने से क्षुब्ध होकर लोकसभा अध्यक्ष को पत्र भेजकर अनुरोध
किया है कि संसद सत्र न चलने तक वह अपना वेतन एवं भत्ता नहीं
लेंगे।"
ठाकुर ने पत्र में लिखा है, "सदन न चलने के कारण कालाधन, भ्रष्टाचार
आदि जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा नहीं हो पा रही है और देश की
जनता की करोड़ों रुपये की गाढ़ी कमाई व्यर्थ जा रही है। ऐसे में
जनप्रतिनिधि तथा इस देश का जिम्मेदार नागरिक होने के कारण ये मेरी
नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि मैं संसद सत्र न चलने तक वेतन भत्ते न
लूं।"
भाजपा के नेतृत्व में विपक्ष सहित वामदल, तृणमूल, डीएमके और मुस्लिम
लीग ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोलकर मंगलवार को भी संसदीय कार्यवाही ठप
कर दी तो भाजपा के युवा चेहरे वरुण गांधी से रहा नहीं गया, उन्होंने
ट्विटर पर अपना दर्द बयां करते हुए लिखा कि वर्ष 1985 के बाद मौजूदा
लोकसभा में सबसे कम काम का निपटारा किया जा सका है। अगर संसद की
कार्यवाही बिलकुल न चले तो मैं इसे सर्वथा गलत मानता हूं कि संसद के
सेंट्रल हॉल में हमें चाय-ठंडा पीने के लुत्फ के लिए वेतन दिया
जाए।
अब समय आ गया है जब संसद में विधायी कार्य का निपटारा नहीं हुआ तो
सांसदों के वेतन-भत्ते पर रोक लगना चाहिए। वरुण गांधी के ट्विट से
एफडीआई, कालेधन और महंगाई पर हर रोज संसद की कार्यवाही बाधित करने
वाले भाजपा नेताओं सहित अन्य दलों के सांसदों में बेचैनी बढ़ा दी
है।
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