अन्ना ने कहा ६५ वर्ष बाद किसान आत्महत्या करते हैं, सरकार चिंतित है तो एफडीआइ से पहले उनका कुछ करे

Published: Thursday, Dec 01,2011, 08:56 IST
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टीम अन्ना, Anna, FDI, UPA, IBTL

जनलोकपाल बिल और भ्रष्टाचार विरोध की नई जंग छेड़ने का आह्वान कर चुके अन्ना हजारे ने सरकार के खिलाफ बुधवार को नया मोर्चा खोल दिया। खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के फैसले की आलोचना करते हुए हजारे ने कहा, यह देशवासियों को गुलामी की तरफ ले जाएगा और सरकारी दावों के विपरीत इससे किसानों को फायदा नहीं होगा।

अन्ना हजारे ने बुधवार को रालेगण सिद्धि में बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, को लेकर पिछले कई दिनों से संसद ठप है, छोटे कारोबारी परेशान हैं। अगर लोग कह रहे हैं कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नहीं होना चाहिए तो आखिर क्यों आप जोर दे रहे हैं। उन्होंने कहा, ब्रिटिश व्यापार के लिए भारत आए और दो सौ साल से ज्यादा समय तक हम पर राज किया, हमें गुलाम बनाया। क्या आप इसकी पुनरावृत्ति चाहते हैं। हजारे ने कहा, विदेशी निवेशक आब- ओ-हवा बिगाड़ देंगे।

सरकार को इस पर विचार करना चाहिए। गांधीवादी नेता ने कहा, अगर सरकार किसानों के कल्याण को लेकर इतनी ही गंभीरता बरतती तो आजादी के 65 साल बाद भी किसान आत्महत्या नहीं करते। उन्होंने कहा, वह इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों के बीच आम सहमति की हिमायत करते हैं।

साभार दैनिक जागरण

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