जैसे आकाश का ओर-छोर नहीं होता, पाताल की गहराई नापी नहीं जा सकती, उसी प्रकार लगता है कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सर..
अग्निवेश का आरोप केजरीवाल ने ८० लाख रूपये निजी संस्था में डाले ?
स्वामी अग्निवेश ने इंडिया अगेंस्ट करप्शन की कोर कमिटी के
मुख्या सदस्य अरविन्द केजरीवाल पर आरोप लगाया है | स्वामी
अग्निवेश ने कहा की अरविन्द केजरीवाल ने इंडिया अगेंस्ट करप्शन
को अब तक मिले समस्त दान तक़रीबन ८० लाख रूपये को पब्लिक कॉज
रिसर्च फाऊंडेशन नामक निजी संस्था में ट्रान्सफर कर दिया,
उन्होंने यह भी कहा की केजरीवाल इंडिया अगेंस्ट करप्शन के नाम पर
खाता खोलने में देरी कर रहे थे |
अग्निवेश ने पूछा की अभी तक दान में लाखों-लाख रुपया मिला वह
कहाँ है ? यह समस्त जानकारी आउटलुक वायर्स से मिली |
गौरतलब है की स्वामी अग्निवेश को कोर टीम से निकाला जा चुका
है, जब उनका एक विडियो न्यूज़ चेनल्स पर चल निकला था जिसमे वह किसी
कपिल नामक व्यक्ति से अन्ना टीम के प्रति सख्ती से निपटने के लिए कह
रहे थे |
स्वामी अग्निवेश ने कहा की अन्ना हजारे स्वयं केजरीवाल से दान
में मिली समस्त राशि का ब्यौरा टीम के अन्य सदस्यों से सलाह
लेकर वेबसाइट पर डालने के लिए कह चुके हैं |
Share Your View via Facebook
top trend
-
कांग्रेस की चली तो अब भारत से गौ-मांस का निर्यात कानूनी रूप से होगा, वीएचपी का मुखर विरोध
-
इंदिरा-राजीव जयंती की याद में 7.25 करोड़ खर्च
समाचार पत्रों में छपी ख़बरों और मीडिया चेनलों पर छाया रखा कि वर्तमान सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्रियों राजीव गांधी और इंदिरा ग..
-
कब तक बचेंगे चिदम्बरम? प्रणव मुखर्जी कार्यालय से जारी हुए पत्र ने सरकार में घमासान मचा दिया
केन्द्रीय वित्तमंत्री प्रणव मुखर्जी के कार्यालय से जारी हुए पत्र ने न केवल सरकार में घमासान मचा दिया है, बल्कि डा.मनमोहन स..
-
इंटरनेट का नाम बदनाम न करो : इन्टरनेट उपभोक्ता केवल कांग्रेस विरोधी क्यूँ हैं ?
इंटरनेट का नाम बदनाम न करो यही कोई आठ-दस साल पहले जब बड़े पैमाने पर सरकार ने डिजिटल तकनीक के उपयोग के लिए अरबों की खरीदा..
-
मुंबई में भारी बारिश, लगातार हो रही बारिश के कारण जन-जीवन अस्त व्यस्त
मुंबई में पिछले चार दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है.
मुंबई की लाइफ़ लाइन कही जान..
what next
-
-
सुनहरे भारत का निर्माण करेंगे आने वाले लोक सभा चुनाव
-
वोट बैंक की राजनीति का जेहादी अवतार...
-
आध्यात्म से राजनीती तक... लेकिन भा.ज.पा ही क्यूँ?
-
अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा ...
-
सिद्धांत, शिष्टाचार और अवसरवादी-राजनीति
-
नक्सली हिंसा का प्रतिकार विकास से हो...
-
न्याय पाने की भाषायी आज़ादी
-
पाकिस्तानी हिन्दुओं पर मानवाधिकार मौन...
-
वैकल्पिक राजनिति की दिशा क्या हो?
-
जस्टिस आफताब आलम, तीस्ता जावेद सीतलवाड, 'सेमुअल' राजशेखर रेड्डी और NGOs के आपसी आर्थिक हित-सम्बन्ध
-
-
-
उफ़ ये बुद्धिजीवी !
-
कोई आ रहा है, वो दशकों से गोबर के ऊपर बिछाये कालीन को उठा रहा है...
-
मुज़फ्फरनगर और 'धर्मनिरपेक्षता' का ताज...
-
भारत निर्माण या भारत निर्वाण?
-
२५ मई का स्याह दिन... खून, बर्बरता और मौत का जश्न...
-
वन्देमातरम का तिरस्कार... यह हमारे स्वाभिमान पर करारा तमाचा है
-
चिट-फण्ड घोटाले पर मीडिया का पक्षपातपूर्ण रवैया
-
समय है कि भारत मिमियाने की नेहरूवादी नीति छोड चाणक्य का अनुसरण करे : चीनी घुसपैठ
-
विदेश नीति को वफादारी का औज़ार न बनाइये...
-
सेकुलरिस्म किसका? नरेन्द्र मोदी का या मनमोहन-मुलायम का?
-
Comments (Leave a Reply)