एहसान जाफरी के मामले में उच्चतम न्यायालय ने जो निर्णय किया है, उस पर कांग्रेस और भाजपा दोनों की प्रतिकि्रया सही मालू..

आरएसएस ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के आंदोलन से बहुत हद तक जुड़े होने की बात पर जोर देते हुए शनिवार को कहा कि जन लोकपाल अभियान में संघ से किसी तरह का समर्थन हासिल नहीं होने के बारे में हजारे की टिप्पणी उसके समझ से परे है।
आरएसएस के महासचिव सुरेश 'भैयाजी' जोशी ने एक बयान में कहा कि अन्ना ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बारे में कुछ टिप्पणी की और संकेत दिया कि उनके आंदोलन के समर्थन में मेरे लिखे पत्र को उन्होंने एक साजिश के तौर पर देखा। मीडिया में प्रकाशित यह विचार मेरे समझ से परे है और इससे मुझे काफी तकलीफ पहुंची है।
जोशी ने कहा कि यह दुखद बात है कि अन्ना जैसे कद्दावर लोग भी चुच्छ राजनीतिक साजिश से प्रभावित हो गए।
उन्होंने कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के पत्र के जवाब में हजारे द्वारा लिखे गए एक पत्र का हवाला देते हुए यह बात कही।
जोशी ने कहा कि उनके पत्र में प्रकट किए गए विचार भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के लिए सिर्फ नुकसानदायक ही साबित होंगे। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण होगा।
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